
वॉशिंगटन। करीब 10 महीने से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन आईएसएस पर फंसे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर के साथ एक रूसी अंतरिक्ष यात्री बुधवार तड़के धरती पर पहुंच जाएंगे। तीनों को लेकर स्पेसएक्स का ड्रैगन यान धरती पर लौटेगा। सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, निक हेग और रूस के अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर गोर्बुनोव को लेकर लौटने वाला ड्रैगन यान समुद्र में उतरेगा। फिर अमेरिका की नौसेना के जहाज उस तक पहुंचेंगे और सुनीता विलियम्स समेत चारों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को सौंपा जाएगा। सुनीता विलियम्स, निग हेग, बुच विल्मोर और रूस के अंतरिक्ष यात्री अभी ड्रैगन यान में हैं। आईएसएस से अनडॉकिंग के बाद ड्रैगन यान धरती की ओर सफर शुरू करेगा।
LIVE: @NASA_Astronauts Nick Hague, Suni Williams, Butch Wilmore, and cosmonaut Aleksandr Gorbunov are packing up and closing the hatches as #Crew9 prepares to depart from the @Space_Station. Crew-9 is scheduled to return to Earth on Tuesday, March 18. https://t.co/TpRlvLBVU1
— NASA (@NASA) March 18, 2025
अभी तक की योजना के मुताबिक बुधवार तड़के 2.41 बजे सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर ड्रैगन यान धरती के वायुमंडल में प्रवेश करेगा। इसे डीऑर्बिट बर्न कहा जाता है। धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने पर ड्रैगन यान का तापमान सैकड़ों डिग्री सेल्सियस हो जाएगा। इस दौरान नासा के कंट्रोल सेंटर का कुछ वक्त तक अंतरिक्ष यात्रियों से संपर्क भी नहीं हो सकेगा। ड्रैगन यान के बाहरी हिस्से में सेरेमिक टाइल्स लगी हैं। जिसकी वजह से उच्च तापमान से यान को नुकसान नहीं होगा और अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रहेंगे। डीऑर्बिट बर्न के बाद बुधवार तड़के 3.27 बजे सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और रूस के अंतरिक्ष यात्री को ला रहा यान समुद्र में उतरेगा। इसे स्प्लैशडाउन कहा जाता है। इसके बाद 5 बजे नासा की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को 10 दिन के लिए आईएसएस पर भेजा गया था, लेकिन उनको ले गए बोइंग के स्टारलाइनर यान में लीकेज और अन्य तकनीकी दिक्कत हो गई। जिसकी वजह से सुनीता विलियम्स और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लाया नहीं जा सका। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर एलन मस्क की स्पेसएक्स ने ड्रैगन यान भेजकर उनकी वापसी की राह बनाई है। इस मामले में अमेरिका में सियासत भी खूब गर्माई। ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर आरोप लगाया कि वो अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के बारे में गंभीर नहीं थे।