
वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका की संघीय अदालत के बड़ा झटका लगा है। मीडिया में जो रिपोर्ट सामने आ रही है उनके अनुसार अमेरिका की एक संघीय अदालत के जज ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके वकीलों पर गुरुवार को लगभग 10 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया है। ट्रम्प पर ये जुर्माना उनके उस दावे पर लगाया गया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि हिलेरी क्लिंटन ने 2016 के राष्ट्रपति चुनावों में धांधली करने की कोशिश की थी। डिस्ट्रिक्ट जज जॉन मिडिलब्रूक्स ने कहा कि रिपब्लिकन नेता,जो 2024 में व्हाइट हाउस लौटने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, ने लगातार अदालतों के दुरुपयोग के पैटर्न का प्रदर्शन किया है और “एक राजनीतिक षडयंत्र के तहत बेईमानी से आगे बढ़ने के लिए” मुकदमा दर्ज करवाया है।
आपको बता दें कि प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जो मुकदमा दायर किया था और जिसे मिडिलब्रुक ने पिछले साल खारिज कर दिया था,उसमें दावा किया गया था कि हिलेरी क्लिंटन, जो 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प से हार गई थीं,ने उनके चुनावी अभियान को प्रभावित करने के लिए रूस के साथ मिलीभगत की थी। उस मुकदमे में ट्रम्प ने हर्जाने के तौर पर 70 मिलियन डॉलर की मांग की थी। मिडिलब्रूक्स ने 45 पन्नों के लिखित अदालती आदेश में कहा,यह मुकदमा कभी नहीं लाया जाना चाहिए था। न्यायाधीश ने अपने फैसले में लिखा, “कानूनी दावे के रूप में इसकी अपर्याप्तता शुरू से ही स्पष्ट थी। किसी भी जिम्मेदार वकील को इसे दायर करने का फैसला नहीं करना चाहिए था।
इसके साथ ही कोर्ट की ओर से यह कहा गया कि एक राजनीतिक उद्देश्य के लिए संशोधित शिकायत को किसी भी सूरत में संज्ञेय कानूनी दावा नहीं बताया जाना चाहिए था।” कोर्ट ने अपने फैसले में ट्रम्प के वकील अलीना हब्बा पर भी जुर्माना लगाया है। प्रतिवादियों की कानूनी फीस और लागत को कवर करने के लिए जज मिडिलब्रूक्स ने ट्रम्प और उनके वकील की जोड़ी को संयुक्त रूप से गंभीर उत्तरदायी ठहराते हुए साझा तौर पर $937,989.39 का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा जज ने ट्रम्प पर कठोर टिप्पणी की है और कहा है, “वह न्यायिक प्रक्रिया के रणनीतिक दुरुपयोग का मास्टरमाइंड है। उसे सिर्फ एक वकील की सलाह को आँख बंद करके पालन करने वाले के रूप में नहीं देखा जा सकता है। वह अपने कार्यों के प्रभाव को अच्छी तरह पहचानता था।”