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US On Israel-Iran Conflict: अमेरिका का इजरायल को साफ संदेश, कहा- ईरान पर कोई कार्रवाई में नहीं देंगे साथ, नेतनयाहू के मंत्रियों में भी एक्शन पर अलग-अलग राय

US On Israel-Iran Conflict: ईरान ने ये भी कहा था कि अगर इजरायल ने फिर कोई गलत कदम उठाया, तो इसका अंजाम उसे बड़े हमले के तौर पर भुगतना होगा। ईरान ने अमेरिका को भी चेतावनी दी थी कि वो दोनों देशों के बीच तनातनी से दूर रहे। ऐसे में अमेरिका ने अहम फैसला लिया है।

वॉशिंगटन/तेल अवीव। अमेरिका ने ईरान के साथ तनातनी के बीच इजरायल से साफ कह दिया है कि अगर उसने इस्लामी मुल्क के खिलाफ अगली कार्रवाई की, तो वो साथ नहीं देगा। खबरों के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू को ये बात साफ तौर पर कह दी है। बाइडेन ने नेतनयाहू को भेजे संदेश में कहा है कि ईरान का हमला विफल हो गया है और इजरायल की जीत हुई है। ऐसे में ईरान पर सीधा सैन्य हमला कर माहौल को बिगाड़ने की जरूरत नहीं है। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने जी7 देशों की बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में ईरान और इजरायल के बीच जंग रोकने के तौर-तरीकों पर चर्चा होगी।

pm benjamin netanyahu of israel

वहीं, इजरायल की वॉर कैबिनेट के सदस्य बेनी गेंट्ज ने कहा है कि अभियान अभी खत्म नहीं हुआ है। गेंट्ज ने कहा कि ईरान के खिलाफ इजरायल एक क्षेत्रीय गठबंधन बनाएगा और सही वक्त पर हमले का जवाब दिया जाएगा। जबकि, इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री एमके इतावर बेन गविर ने गेंट्ज के बयान को खोखला और पश्चिमी देशों की अवधारणा में खोए रहने वाला नारा बताया है। बेन गविर ने कहा है कि मध्य-पूर्व में तगड़ा प्रतिरोध दिखाने के लिए पूरी ताकत झोंकने की जरूरत है। बेन गविर ने ये भी कहा कि इजरायल कोई ऐसी प्रतिक्रिया नहीं दे सकता, जो लड़खड़ाती हुई हो।

इससे साफ है कि इजरायल के नेता ईरान पर पलटवार के मसले पर बंटे हुए हैं। वहीं, यूरोपीय देशों और अमेरिका ने हालात को और बिगड़ने से बचाने के लिए कदम उठाए हैं। ईरान ने शनिवार की रात इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया था। सीरिया में ईरान के कोंसुलेट पर इजरायल के हमले में कई अफसर मारे गए थे। ईरान ने इसी का बदला लेने के लिए इजरायल पर मिसाइलों और हमलावर ड्रोन की बारिश की। ईरान ने ये भी कहा था कि अगर इजरायल ने फिर कोई गलत कदम उठाया, तो इसका अंजाम उसे बड़े हमले के तौर पर भुगतना होगा। ईरान ने अमेरिका को भी चेतावनी दी थी कि वो दोनों देशों के बीच तनातनी से दूर रहे।