
वॉशिंगटन। भारत की आजादी के बाद से अमेरिका के साथ उसके रिश्ते बहुत बेहतर नहीं रहे। पिछले करीब 8 साल से मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद से अमेरिका और भारत के बीच रिश्ते काफी मजबूत हुए हैं। इसका नजारा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान में भी दिखा। बाइडेन ने शुक्रवार को भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते पर अपनी राय जाहिर की। उन्होंने कहा कि भारत के साथ उनके और अमेरिका के रिश्ते बहुत अच्छे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वो पहले दो बार भारत की यात्रा कर चुके हैं और मौका मिलने पर एक बार फिर भारत जाना चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने डेलावेयर से रवाना होने से पहले मीडिया से कहा कि मैं फिर भारत जाऊंगा। उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों की भी खुलकर तारीफ की। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका की ओर से भारत को रूस से अलग करने की कोशिशों की खबरें आई थीं। इस पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी अपने देश की राय रखी है। प्राइस ने कहा कि रूस और भारत के रिश्ते कई दशकों के हैं। उस वक्त अमेरिका, भारत की पसंद का भागीदार नहीं बन सका था। उन्होंने कहा कि अब स्थितियां बदली हैं। दो दशक से हमारे संबंध पहले के मुकाबले प्रगाढ़ हुए हैं।
नेड प्राइस ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के रिश्ते पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के दौर में बढ़ने शुरू हुए। जॉर्ज डब्ल्यू बुशके वक्त भारत औऱ अमेरिका के बीच साझेदारी बढ़ी। क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए दोनों देश करीब आए। बता दें कि अमेरिका ने 4 देशों के क्वॉड ग्रुप में भारत को भी शामिल किया है। इसके अलावा भारत को अब अमेरिका से सैन्य तकनीकी और हथियार भी मिल रहे हैं। दोनों देश एशिया में चीन की दादागीरी को खत्म करने के लिए जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत आसियान देशों के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं।