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भारत-चीन सैन्य हिंसा पर अमेरिका की आई पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा

भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका का रिएक्शन आया है। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। वहीं इस झड़प के दौरान 43 चीनी सैनिकों के भी ढेर होने की खबर है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका का रिएक्शन आया है। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।

Narendra Modi and Donald Trump

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना ने कल एक बयान जारी कर बताया था कि गलवान घाटी के पास 20 जवानों शहीद हुए हैं, हम उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।

उन्होंने आगे कहा, ‘भारत और चीन दोनों ने डी-एस्केलेट करने की इच्छा प्रकट की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। दो जून को टेलिफोन के जरिए बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की थी।’

Indian China LAC

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। भारतीय सेना ने मंगलवार रात को जारी बयान में कहा, “संघर्ष वाली जगह पर बुरी तरह घायल होने और शून्य से नीचे के तापमान की वजह से 17 घायल जवान शहीद हो गए, जिससे अब तक संघर्ष में शहीद होने वाले कुल जवानों की संख्या 20 हो गई।”

सेना ने कहा कि भारतीय और चीनी सेना में उस जगह झड़प हो गई, जहां दोनों सेनाएं 15 और 16 जून को आमने-सामने आ गए थे।