वॉशिंगटन। अरुणाचल प्रदेश के मसले पर अमेरिका ने भारत का साथ दिया है। अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी वेदांत पटेल ने अरुणाचल प्रदेश के मसले पर चीन को कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिका ने कहा है कि वो अरुणाचल प्रदेश को भारतीय क्षेत्र के तौर पर मान्यता देता है और एलएसी के पार चीन के दावे को गलत मानता है। अमेरिका ने साफ कहा है कि चीन के किसी भी एकतरफा प्रयास का वो दृढ़ता से विरोध करता है।
#WATCH | On China’s reaction to the visit of PM Modi to Arunachal Pradesh, Vedant Patel, Principal Deputy Spokesperson, US Department of State says, “The United States recognizes Arunachal Pradesh as Indian territory and we strongly oppose any unilateral attempts to advance… pic.twitter.com/hoXXmMX34e
— ANI (@ANI) March 21, 2024
चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया था। चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता और सीनियर कर्नल झांग जियाओगांग ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है और इस पर भारत के दावे को उनका देश कभी स्वीकार नहीं करता। इसके बाद ही अब अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है। अमेरिका पहले भी कहता रहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है। भारत सरकार ने भी चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान पर कहा था कि चीन भले कोई भी दावा करे, लेकिन इससे हकीकत बदलने वाली नहीं है। बता दें कि चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश और पूर्वी लद्दाख को अपना बताता है। 2020 में इसी मसले पर उसने पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश की थी। नतीजे में गलवान घाटी की घटना हुई। जिसमें भारतीय सेना के कर्नल बी. संतोष बाबू समेत 20 जवानों की शहादत हुई थी। चीन के तमाम सैनिक इस संघर्ष में मारे गए थे।
चीन का अरुणाचल प्रदेश पर ताजा दावे की घटना पीएम नरेंद्र मोदी के वहां बीते दिन दौरे के बाद हुई है। मोदी ने पिछले दिनों अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर वहां सेला टनल का लोकार्पण किया था। मोदी के इसी दौरे पर चीन ने आपत्ति जताई थी। जिसके बाद उसकी सेना के प्रवक्ता ने अरुणाचल को अपने देश का हिस्सा बताया था। अब अमेरिका इस मामले में भारत के पक्ष में है, तो चीन की तरफ से अगली प्रतिक्रिया का इंतजार है।