
ओटावा। जस्टिन ट्रूडो ने लिबरल पार्टी के नेता का पद छोड़ दिया है। जस्टिन ट्रूडो अब कनाडा के पीएम भी नहीं रहेंगे। उनकी जगह लिबरल पार्टी ने मार्क कार्नी को अपना नेता चुना है। अब मार्क कार्नी ही कनाडा के पीएम होंगे। मार्क कार्नी ने लिबरल पार्टी के नेता पद पर अपने चुनाव के बाद कहा कि कनाडा कभी भी अमेरिका में शामिल नहीं होगा। मार्क कार्नी को पहले से ही अमेरिका का विरोधी माना जाता है। हालांकि, वो अलग-अलग मसलों पर जल्दबाजी में राय नहीं देते रहे हैं। सबकी नजर इस पर भी है कि मार्क कार्नी के कनाडा का पीएम बनने के बाद भारत से रिश्ते कैसे बनते हैं। जस्टिन ट्रूडो के पीएम रहते भारत और कनाडा के रिश्ते बहुत ज्यादा खराब हो चुके हैं।
अब आपको बताते हैं कि मार्क कार्नी कौन हैं। मार्क कार्नी साल 1965 में फोर्ट स्मिथ में जन्मे थे। वो कभी भी चुनाव से निर्वाचित नहीं हुए हैं। मार्क कार्नी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी की है। मार्क कार्नी ने 13 साल गोल्डमैन सैक्स में काम किया है। इसके अलावा मार्क कार्नी साल 2003 में बैंक ऑफ कनाडा के डिप्टी गवर्नर पद पर भी रहे। मार्क कार्नी को 2004 में कनाडा के वित्त मंत्रालय में भी जिम्मेदारी मिली थी। जिसके बाद साल 2008 में मार्क कार्नी को बैंक ऑफ कनाडा का गवर्नर बनाया गया था।
Thank you.
Now let’s build a stronger Canada, together. pic.twitter.com/G3IRNXIUGB
— Mark Carney (@MarkJCarney) March 10, 2025
कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी इसके अलावा बैंक ऑफ इंग्लैंड के भी गवर्नर पद पर रहे। मार्क कार्नी को साल 2013 में बैंक ऑफ इंग्लैंड का गवर्नर नियुक्त किया गया था। साल 2020 में मार्क कार्नी ने बैंक ऑफ इंग्लैंड छोड़ा था। मार्क कार्नी संयुक्त राष्ट्र के वित्त और जलवायु परिवर्तन संबंधी राजदूत भी रहे हैं। इस तरह देखें, तो मार्क कार्नी को वित्तीय मामलों की जानकारी है। ये इसलिए भी खास है, क्योंकि फिलहाल अमेरिका और मार्क कार्नी के देश कनाडा के बीच टैरिफ के मुद्दे पर काफी तनातनी चल रही है। मार्क कार्नी की संपत्ति करीब 70 लाख डॉलर बताई जाती है। मार्क कार्नी आइस हॉकी में बतौर गोलकीपर खेलते रहे हैं। कार्नी की पत्नी ब्रिटिश मूल की हैं। दंपति की चार बेटियां हैं। साथ ही मार्क कार्नी के पास कनाडा के अलावा ब्रिटेन और आयरलैंड की भी नागरिकता है।