
तेल अवीव। ईरान से बड़ी खबर है। खबर ये है कि आतंकी संगठन हमास के सुप्रीम कमांडर इस्माइल हनिया को कुछ लोगों ने मार गिराया है। मीडिया की खबरों के मुताबिक हमास के सुप्रीम कमांडर इस्माइल हनिया को ईरान में मंगलवार को उस वक्त ढेर कर दिया गया, जब वो नए राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह में जाने की तैयारी कर रहा था। बताया जा रहा है कि ईरान की राजधानी तेहरान में इस्माइल हनिया की हत्या उसके घर में घुसकर की गई। इसमें अज्ञात हमलावरों का हाथ बताया गया है। इस्माइल हनिया के साथ उसके सुरक्षाकर्मी के भी मारे जाने की खबर है। ईरान सरकार के सूत्रों ने बताया कि इस्माइल हनिया की हत्या में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ होने का शक है। हमास ने बयान जारी कर बताया है कि इस्माइल हनिया की हत्या की गई। बताया जा रहा है कि तेहरान में जिस घर में वो रुका था, उसे भी धमाका कर उड़ा दिया गया है।

इस्माइल हनिया पर इजरायल लगातार आरोप लगाता रहा है कि उसने ही 7 अक्टूबर 2023 को हुए भीषण आतंकी हमले की साजिश रची। इस्माइल हनिया का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वो इजरायल पर हमले के बाद जश्न मनाता दिखा था। इस्माइल हनिया आमतौर पर कतर में रहता था। वो ईरान भी आता-जाता था। इस्लामी देश तुर्की के राष्ट्रपति रेसिप तैयप अर्दोआं से भी उसके संबंध थे। इस्माइल हनिया बहुत धनी भी था। उसकी नेटवर्थ 16000 करोड़ की बताई जाती है। साल 2006 में जब हमास ने फिलिस्तीनियों के फतह गुट पर जीत हासिल कर गाजा पर कब्जा किया, उसके बाद से ही इस्माइल हनिया की पहचान बननी शुरू हुई। वो फिलिस्तीनी प्राधिकरण का पीएम बन गया। हमास के संस्थापक शेख अहमद यासीन को इस्माइल हनिया का मेंटर बताया जाता है।
इस्माइल हनिया 1962 में पैदा हुआ था। उसका बचपन और किशोरावस्था रिफ्यूजी कैंप में गुजरा था, लेकिन हमास का कामकाज संभालने के बाद कतर की राजधानी दोहा में उसने आलीशान मकान बनवा लिया था। इस्माइल हनिया के 13 बच्चे हैं और वे भी काफी अमीर बताए जाते हैं। इस्माइल हनिया के बारे में कहा जाता है कि उसने गाजा की अर्थव्यवस्था पर कब्जा कर लिया था। साथ ही मिस्र से आने वाली चीजों पर खूब टैक्स लगाकर पैसा हासिल किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिलिस्तीन को जो रकम मदद के वास्ते भेजी जाती थी, उससे भी अपनी जेब मोटी करने का आरोप इस्माइल हनिया पर लगता रहा।