नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा घोषित हुए लगभग दो महीने का समय बीत चुका है। जनता ने रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप को नए राष्ट्रपति के तौर पर चुन लिया है। अब जब ट्रंप 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं और राष्ट्रपति पद की कुर्सी पर बैठे जो बाइडेन की सत्ता जाने वाली है तो उससे पहले उन्होंने एक बड़ा दावा किया है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बाइडेन ने कहा कि अगर मैं ट्रंप के खिलाफ चुनाव लड़ता तो उन्हें हरा देता।
बाइडेन ने चुनाव से पीछे हटने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी की एकजुटता बनाए रखने के लिए ही उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। राष्ट्रपति चुनाव से खुद का नाम वापस लेने के बाद जो बाइडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के तौर पर कमला हैरिस के नाम का समर्थन किया था मगर कमला हैरिस को डोनाल्ड ट्रंप के सामने शिकस्त झेलनी पड़ी। बाइडेन से पत्रकारों ने सवाल किया था कि क्या आपको अपने चुनाव ना लड़ने के निर्णय पर अफसोस है? क्या आपको ऐसा लगता है कि आपने अपना उत्तराधिकारी बनने का डोनाल्ड ट्रंप को आसान मौका दिया?’
इस पर बाइडेन ने जवाब दिया कि उन्हें ऐसा तो नहीं लगता कि उन्होंने ट्रंप को आसान मौका दिया लेकिन इस पर विश्वास जताया कि अगर उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ना ली होती तो डोनाल्ड ट्रंप को हार का सामना करना पड़ता। हालांकि जो बाइडेन अगर चुनाव लड़ते तो वो डोनाल्ड ट्रंप को हरा पाते या नहीं इस सवाल का जवाब को किसी के पास भी नहीं है, लेकिन बाइडेन के इस दावे से अमेरिका के राजनीतिक जगत में एक चर्चा जरूर शुरू हो गई है। फिलहाल बाइडेन के इस बयान पर अभी तक ना तो डोनाल्ड ट्रंप ने कोई टिप्पणी की है और ना ही उनकी रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से कोई बयान आया है।