नई दिल्ली। आज शारदीय नवरात्र का तीसरा दिन है। इस दिन माता दुर्गा के चंद्रघंटा और कूष्मांडा दोनों ही स्वरूपों की पूजा की जाएगी। आज ही के दिन तीसरा और चौथा नवरात्र मनाया जा रहा है। दरअसल, अश्विनी शुक्ल पक्ष की उदया तिथि तृतीया तिथि सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगी। उसके बाद चतुर्थी तिथि भोर 4 बजकर 55 मिनट तक ही रहेगी। इसलिए एक ही दिन 2 नवरात्र मनाए जाएंगे।
माता चंद्रघंटा की पूजा विधि
— माता चंद्रघंटा को प्रसन्न करने के लिए उनकी सच्चे मन से पूजा करनी चाहिए।
— माता की चौकी मां चंद्रघंटा की प्रतिमा स्थापित करें।
— इसके बाद गंगा जल से शुद्धिकरण करें।
— माता की चौकी पर चांदी, तांबे या मिट्टी के घड़े में जल भरकर उस पर नारियल रखकर कलश स्थापना करें।
— फिर पूजा का संकल्प लें और चंद्रघंटा मां की पूजा करें।
— चंद्रघंटा मां की पूजा और आरती करें।
— इसके बाद प्रसाद वितरण कर पूजन संपन्न करें।
कूष्मांडा माता की पूजा विधि
— माता कूष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए उनकी सच्चे मन से पूजा करनी चाहिए।
— सबसे पहले सभी कलश में विराजमान देवी-देवता की पूजा करें और फिर मां कूष्मांडा की पूजा करें।
— इसके बाद हाथों में फूल लेकर मां को प्रणाम कर इस मंत्र का ध्यान करें।
— फिर कूष्मांडा माता की आरती और ध्यान करें।