नई दिल्ली। इस साल नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi 2021) 03 नवंबर को पड़ रही है। इसे छोटी दिवाली के नाम से जाना जाता है। इसे छोटी दिवाली (Chhoti Diwali 2021) के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि इस दिन घर में दीपक जलाने से अकाल मृत्यु (Premature Death) का भय समाप्त होता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है। जिस घर में नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi) के दिन मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलाया जाता है उस घर में यमराज (Yamraj) प्रवेश नहीं करते और न हीं उस घर के लोगों को किसी प्रकार का भय सताता है। इस दीप दान और अभ्यंग स्नान को विशेष महत्व दिया जाता है।
नरक चतुर्दशी पर कुछ उपाय किए जाते हैं, जिसे अपना कर आप अपनी समस्याएं दूर कर पाएंगे। इस लेख में हम छोटी दिवाली का मुहूर्त और महत्व को बता रहे हैं।
छोटी दिवाली का मुहूर्त
छोटी दिवाली 3 नवंबर को मनाई जा रही है। इस दिन अभयंग स्नान अनुष्ठान करने के लिए शुभ समय सुबह 05.40 बजे से 06.03 बजे तक है। वहीं, हनुमान जयंती की पूजा सुबह 9 बजकर 02 मिनट के बाद कर सकते हैं। शाम को यम दीपक जलाने के लिए शुभ समय शाम 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक रहेगा।
नरक चतुर्दशी महत्व
नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली, रूप चौदस और काली चतुर्दशी आदि नामों से जाना जाता है। इस दिन दीपदान को भी विशेष महत्व दिया जाता है। नरक चतुर्दशी का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है। विधि विधान से इस दिन पूजा करने व्यक्ति को उसके सभी पापों से छुटकारा मिलता है।