नई दिल्ली। दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja 2020) आती है। आज यानी रविवार, 15 नवंबर को पूरा देश गोवर्धन का त्योहार मना रहा है। जिसका हिंदू धर्म (Hindu Religion) में इस त्योहार का अलग महत्व है। गोवर्धन कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है।
गोवर्धन पूजा के दिन गाय माता की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन घर में गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है। जिसके बाद भगवान गोवर्धन की पूजा की जाती है। जिसको शुभ मुहुर्त में करना चाहिए।
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहुर्त
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहुर्त दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 27 मिनट तक है। ये पूजा अमावस्या को की जाती है क्योंकि इस दिन कृष्ण भगवान ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत पर उठाया और भगवान इंद्र को हराया। जिससे भारी बारिश और बाढ़ से गांव वालों की जान बची। इस दिन के बाद से गोवर्धन पूजा करने की परंपरा चली आ रही है और इसकी अलग महत्वता है।
मान्यता है कि अगर गोवर्धन पूजा के दिन अगर गाय की पूजा की जाए तो लोगों के सभी पाप मिट जाते है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।