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Govardhan Pooja 2021: गोवर्धन पूजा आज, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Govardhan Pooja 2021: दिवाली के एक दिन बाद यानी आज गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja 2021) का त्योहार मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। इस पर्व को खास तौर पर मथुरा, वृंदावन और बरसाना जैसी जगहों पर बनाया जाता है।

नई दिल्ली। दिवाली के एक दिन बाद यानी आज गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja 2021) का त्योहार मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। इस पर्व को खास तौर पर मथुरा, वृंदावन और बरसाना जैसी जगहों पर बनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण द्वारा इंद्र देव को पराजित किए जाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। इस दिन गेहूँ, चावल जैसे अनाज, बेसन से बनी कढ़ी और पत्ते वाली सब्जियों से बने भोजन को पकाया जाता है और भगवान कृष्ण को अर्पित किया जाता है।

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहूर्त – 06:36 ए एम से 08:47 ए एम
अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट्स

गोवर्धन पूजा सायाह्नकाल मुहूर्त – 03:22 पी एम से 05:33 पी एम
अवधि – 02 घण्टे 11 मिनट्स

गोवर्धन पूजा विधि

गोवर्धन पूजा के दिन गाय माता की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन घर में गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है। जिसके बाद भगवान गोवर्धन की पूजा की जाती है। जिसको शुभ मुहुर्त में करना चाहिए। मान्यता है कि अगर गोवर्धन पूजा के दिन अगर गाय की पूजा की जाए तो लोगों के सभी पाप मिट जाते है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को प्रातःकाल तैल-स्नान (तैल लगाकर स्नान) करना चाहिये। गो, बछड़ों एवं बैलों की भक्तिपूर्वक पूजा करनी चाहिये। यदि घर में गाय हो, तो गाय के शरीर पर लाल एवं पीले रंग लगाना चाहिये। गाय के सींग पर तेल व गेरू लगाना चाहिये। फिर उसे घर में बने भोजन का प्रथम अंश खिलाना चाहिये। यदि घर में गाय न हो, तो घर में बने भोजन का अंश घर के बाहर गाय को खिलाना चाहिये।

इसके बाद गोवर्धन-पूजा (अन्न-कूट-पूजा) करनी चाहिये। इसके लिए जो लोग गोवर्धन पर्वत के पास नहीं हैं, वे गोबर से या भोज्यान्न से गोवर्धन बना लेते हैं। अन्न से बने गोवर्धन को ही अन्न-कूट कहते हैं। उसी को क्रमशः पाद्य-अर्घ्य-गन्ध-पुष्प-धूप-दीप-नैवेद्य-आचमन-ताम्बूल-दक्षिणा समर्पित करते हुए पूजा करते हैं।