नई दिल्ली। सावन का महीना भगवान शिव शंकर को प्रिय होता है। कहा जाता है कि इस महीने में भगवान शिव को मनाया जाता है। जो भी भक्त सच्चे दिल से सावन के महीने में भगवान शंकर की अराधना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कहा जाता है कि यह महीना आयोजनों, अनुष्ठानों और भजन पूजन के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है। वहीं इस साल सावन का महीना 25 जुलाई यानी आने वाले रविवार से शुरू होगा और 22 अगस्त तक चलेगा। इस महीने लोग अलग-अलग तरीक से भगवान शिव की आराधना करते हैं। कोई भक्त सावन के सोमवार का व्रत करता है तो कोई शिव तत्त्व में रम जाता है। यह महीना महिलाओं और कुंवारी लड़कियों के लिए भी काफी महत्वपुर्ण माना जाता है। सावन के महीने में चूड़ियों की बिक्री भी ज्यादा होती है। ज्यादातर महिलाएं हरे रंग की चूड़ियां पहनना पसंद करती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सावन के महीने में हरी चूड़ियां पहनने का काफी खास महत्व होता है।
हरी चूड़ियों का महत्व
कहा जाता है कि यदि कुंवारी लड़कियां सावन के महीने में शिव जी कि पुजा करती हैं तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है। मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करना आसान होता है। सावन के महीने में महिलाएं हरी चूड़ियां पहनना पसंद करती हैं। आखिर इसके पीछे महत्व क्या है आइए आपको बताते हैं
दरअसल सावन के महीने में सुहागिन स्त्रियों के कई सारे त्योहार आते हैं। जैसे कजरी, तीज, हरियाली तीज आदि। इन त्योहारों में शुरुआत से ही हरे रंग के कपड़े और हरी चूड़ियां पहनने का रिवाज माना जाता है। इसके अलावा यह भी देखा गया है कि सावन का महीना प्रकृति के सौंदर्य का भी महीना होता है। ऐसे में हरा रंग प्रकृति प्रतीक है, तो वहीं महादेव को समर्पित इस माह में सभी सुहागिन महिलाएं मेहंदी लगाती हैं।
सावन के महीने में चारो ओर हरियाली होती है, जिसे देखकर आंखों को भी बहुत सुकून मिलता है। हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनने से बुध ग्रह भी मजबूत होता है और जीवन में भी खुशहाली आती है।