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Pradosh Vrat 2021: प्रदोष व्रत में करें शिव आरती और शिव चालीसा का पाठ

Pradosh Vrat 2021: अगर आज के दिन आप शिव शंभू को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप इस दिन पूजा के समय शिव चालीसा (Shiv Chalisa) का पाठ और शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) भी कर सकते हैं। ऐसा करके आप पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

नई दिल्ली। आज गुरुवार को प्रदोष व्रत मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। आज गुरुवार है, इसिलए ये गुरु प्रदोष (Guru Pradosh Vrat) कहलाएगा। जो भी भक्त इस दिन शिव शंभू का व्रत करते हैं तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। अगर आज के दिन आप शिव शंभू को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप इस दिन पूजा के समय शिव चालीसा (Shiv Chalisa) का पाठ और शिव जी की आरती (Shiv Ji Ki Aarti) भी कर सकते हैं। ऐसा करके आप पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। बता दें कि शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति का डर दूर होता है और सारे दुखों का निवारण होता है। वहीं शिव जी की आरती करने से पूजा पूरी होती है।

शिव चालीसा-

shiv chalisa

शिव आरती-

जय शिव ओंकारा, ओम जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा॥
ओम जय शिव…॥

एकानन चतुरानन पंचानन राजे।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे॥
ओम जय शिव…॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे॥
ओम जय शिव…॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी॥
ओम जय शिव…॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥
ओम जय शिव…॥

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता॥
ओम जय शिव…॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका॥
ओम जय शिव…॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी॥
ओम जय शिव…॥

त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे॥
ओम जय शिव…॥