नई दिल्ली। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को हर महीने मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन भक्त भगवान भोले और मां पार्वती की पूजा विधि- विधान से करते हैं। इस बार मासिक शिवरात्रि 11 दिसंबर को पड़ने वाली है। मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है और नियम-विधि के तहत कामों को करना होता है। इसके अलावा भगवान शिव की प्रिय चीजों को विशेषकर भांग-धतूरा को उनपर अर्पित किया जाता है। तो चलिए जानते हैं कि व्रत का पूजा मूहुर्त और पूजा विधि क्या है।
पूजा शुभ मुहूर्त
11 दिसंबर को मासिक शिवरात्रि पड़ने वाली है। 11 दिसंबर को मंगलवार है और मासिक शिवरात्रि की शुरूआत 11 दिसंबर की सुबह 7 बजकर 10 मिनट से शुरू होगी,जोकि 12 दिसंबर, रविवार सुबह 6 बजकर 24 मिनट पर रहेगी।
पूजा विधि
माना जाता है कि इस व्रत को सभी लोग रख सकते हैं लेकिन इन लोगों के विवाह में कठिनाई हो रही है, अगर वो इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखते हैं तो उसका विवाह जल्दी हो जाता है। व्रत रखने के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें। जिसके बाद भगवान शिव के आगे व्रत का संकल्प लें। आप भगवान शिव की पूजा मंदिर में या फिर घर पर भी कर सकते हैं। पूजा के लिए सफेद चंदन, भांग-धतूरा, पंचामृत, दूध, बेलपत्र घी का दिया, सफेद फूल लेकर जरूर जाएं, क्योंकि ये भगवान शिव और माता पार्वती को बेहद प्यारे होते हैं। सब कुछ चढ़ाने के बाद भगवान शिव की आरती गाएं और उनका ध्यान करें।
पूजा के लिए खास मंत्र
1.ॐ नमो भगवते रुद्राय नम
2.ॐ पार्वतीपतये नमः
3. ॐ पशुपतये नम:
4. ॐ ईशानाय नम:
5. ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः
6.ॐ इं क्षं मं औं अं
7. ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा
8.शिव गायत्री मंत्र- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि तन्नोरुद्र: प्रचोदयात्