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Hariyali Teej 2022: अबकि इस तिथि को रखा जाएगा हरियाली तीज का व्रत, जानिए कैसे करें मां गौरा की पूजा

Hariyali Teej 2022: ये पर्व हर वर्ष सावन के महीने की तृतीया तिथि को पड़ता है। कहा जाता है कि इसी दिन मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की थी। तो आइये जानते हैं कि क्या है इस व्रत की पूजा-विधि?

नई दिल्ली। सनातन धर्म में मनाए जाने वाले सैकड़ों व्रत और त्योहारों में से एक हरियाली तीज का विशेष महत्व होता है। इस महिलाएं इस दिन मां पार्वती की पूजा अर्चना कर अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। कुंवारी कन्याएं भी अच्छे वर की कामना के लिए ये व्रत रखती हैं। कहा जाता है इस व्रत को पूरे विधि-विधान से करने से वैवाहिक जीवन सुखी होता है। इस बार ये व्रत 31 जुलाई को रखा जाएगा। ये पर्व हर वर्ष सावन के महीने की तृतीया तिथि को पड़ता है। कहा जाता है कि इसी दिन मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की थी। तो आइये जानते हैं कि क्या है इस व्रत की पूजा-विधि?

पूजा-विधि

1.सुहागन महिलाएं सुबह जल्दी उठें।

2.स्नानादि करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।

3.इसके बाद पूजा घर अच्छी तरह से साफ कर लें

4.इस स्थान पर गंगाजल छिड़क कर शिव परिवार की प्रतिमा या फोटो स्थापित कर लें।

5.इसके बाद सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें और उसके बाद माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना करें।

6.हरियाली तीज की पूजा में मां पार्वती को चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, मेहंदी समेत श्रृंगार का सारा सामान अर्पित करें। इसके बाद भगवान के सामने घी का दीपक जलाकर हरियाली तीज व्रत कथा का पाठ करें।

7.पूजा के अंत में मां माता पार्वती की आरती कर अपनी सास या नन्द को श्रृंगार का सामान भेट स्वरुप प्रदान कर दें।