नई दिल्ली। दक्षिण भारत में प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2021) का विशेष महत्व है। इसे प्रदोषम के नाम से भी जाना जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है। ये व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है जिसमे से एक शुक्ल पक्ष के समय और दूसरा कृष्ण पक्ष के समय होता है।
बता दें कि अगर प्रदोष का दिन सोमवार को आता है तो उसे सोम प्रदोष कहते हैं, मंगलवार को आने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं और जो प्रदोष शनिवार के दिन आता है उसे शनि प्रदोष कहते हैं। इस साल कुल 24 प्रदोष व्रत हैं। जिनमें से एक 10 जनवरी को जा चुका है और दूसरा 26 जनवरी को। अब अगला व्रत 9 फरवरी को होगा।
आने वाले प्रदोष व्रत
फरवरी 9, 2021, मंगलवार
फरवरी 24, 2021, बुधवार
मार्च 10, 2021, बुधवार
26 मार्च- प्रदोष व्रत
09 अप्रैल- प्रदोष व्रत
24 अप्रैल- शनि प्रदोष व्रत
08 मई- शनि प्रदोष व्रत
24 मई- सोम प्रदोष व्रत
07 जून- सोम प्रदोष व्रत
22 जून- भौम प्रदोष व्रत
07 जुलाई- प्रदोष व्रत
21 जुलाई- प्रदोष व्रत
05 अगस्त- प्रदोष व्रत
20 अगस्त- प्रदोष व्रत
04 सितंबर- शनि प्रदोष
18 सितंबर- शनि प्रदोष व्रत
04 अक्टूबर- सोम प्रदोष
17 अक्टूबर- प्रदोष व्रत
02 नवंबर- भौम प्रदोष
16 नवंबर- भौम प्रदोष
02 दिसंबर- प्रदोष व्रत
31 दिसंबर- प्रदोष व्रत