मुंबई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर किए गए एक हवाई हमले में इराक में एक शीर्ष ईरानी कमांडर के मारे जाने के बाद वैश्विक तेल कीमतों में शुक्रवार को तीन प्रतिशत से अधिक की उछाल दर्ज की गई।
तेल कीमतों में यह उछाल हमले के बाद दुनिया के दो सबसे बड़े तेल उत्पादक देशों के बीच लड़ाई की आशंका के कारण आया है। वैश्विक बेंचमार्क, ब्रेंट शुक्रवार तड़के 3.20 प्रतिशत वृद्धि के साथ 68.37 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। इसके पहले बेंट्र 4.4 प्रतिशत ऊपर चढ़ गया, जबकि डब्ल्यूटीआई भी चार प्रतिशत बढ़कर 63.84 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
भारत में घरेलू तेल कीमतें पहले ही ऊंचाई पर हैं। भारत अपनी तेल जरूरतों का 80 प्रतिशत आयात करता है। इराक, भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है। बसरा क्रूड को गुणवत्ता के मामले में एक सबसे अच्छा माना जाता है और भारतीय रिफायनरीज के लिए यह बहुत उपयुक्त होता है।
वाणिज्यिक खुफिया एवं सांख्यिकी महानिदेशालय की ओर से उपलब्ध कराए गए आकड़े के अनुसार, इराक ने अप्रैल 2018 और मार्च 2019 के दौरान भारत को 4.661 करोड़ टन कच्चा तेल बेचा था। यह वित्त वर्ष 2017-18 में की गई आपूर्ति (4.574 करोड़ टन) से दो प्रतिशत अधिक है।