
वॉशिंगटन। सरकारी योजनाओं में धन को आम जनता तक पहुंचाने और बिचौलियों को खत्म करने के लिए साल 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से ‘डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर’ DBT योजना शुरू की गई थी। इस योजना की अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष IMF ने जमकर तारीफ की है। आईएमएफ ने इसे चमत्कार बताया है। इसके अलावा इस योजना से दूसरे देशों को भी सीख लेने की नसीहत दी है। आईएमएफ के वित्तीय मामलों के उप निदेशक पाओलो मौरो ने कहा है कि अपने देशवासियों को सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचाने के भारत की मोदी सरकार की इस तरह की कोशिश काफी प्रभाव डालती हैं।
आईएमएफ और विश्व बैंक की 2022 की संयुक्त बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पाओलो मौरो ने कहा कि भारत से हम काफी कुछ सीख सकते हैं। आईएमएफ के पास हर महाद्वीप और लोगों की आय के उदाहरण हैं। अगर मैं भारत को देखता हूं, तो उसकी योजनाएं काफी प्रभावशाली हैं। उन्होंने डीबीटी का नाम लेते हुए इसे जनसंख्या के हिसाब से चमत्कार बताया। मौरो ने कहा कि कम आय वाले लोगों की मदद करने वाली इस तरह की योजना करोड़ों लोगों तक सच में पहुंचती है। उन्होंने डीबीटी के जरिए महिलाओं, किसानों वगैरा तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की इस तकनीक को अचरजभरा बताया। पाओलो मौरो ने कहा कि आधार कार्ड का इस्तेमाल करना इसकी सबसे आकर्षक चीज है।
#WATCH | Paolo Mauro, Deputy Director of International Monetary Fund speaks on India’s digital cash transfer scheme, terms it to be a “logistical marvel, seeking to help people at low‑income levels, reaching hundreds of millions of people.” pic.twitter.com/Y5pvtgzg8Z
— ANI (@ANI) October 13, 2022
आईएमएफ अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि दूसरे देशों में भी मोबाइल बैंकिंग के जरिए लोगों तक पैसा भेजा जाता है, लेकिन उनके पास मोबाइल जरूर होता है। भारत में डीबीटी ट्रांसफर के लिए इस तरीके का इस्तेमाल काफी बेहतर ढंग से किया जा रहा है। मौरो ने अन्य सरकारी योजनाओं को ठीक से लागू करने के लिए भी भारत सरकार की तारीफ के पुल बांधे। इससे पहले विश्व बैंक और आईएमएफ मोदी सरकार की कई और योजनाओं की भी जमकर तारीफ कर चुके हैं।