newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Government Scheme: सरकार की इस योजना के तहत शिक्षकों को दी जाती है नि:शुल्क ट्रेनिंग, जानिए क्या है ये स्कीम?

Government Scheme: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा लॉन्च की गई इस योजना में पहली से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कुशल शिक्षक तैयार करना है ताकि उनके जरिए बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके

नई दिल्ली। देश में शिक्षा व्यवस्था को बल देने के उद्देश्य से एक योजना की शुरूआत की गई, जिसका नाम ‘निष्ठा योजना 2022’  है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर उन्हें कुशल बनाना है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश के लाखों शिक्षकों को इस योजना के तहत निःशुल्क ट्रेनिंग दी जाती है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा लॉन्च की गई इस योजना में पहली से आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कुशल शिक्षक तैयार करना है ताकि उनके जरिए बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके और उनकी सोचने की क्षमता को विकसित किया जा सके। इसके लिए एससीईआरटी ने निष्ठा (3.0) के सफल संचालन के लिए राज्यस्तर पर एक 10 सदस्यों की टीम का गठन किया है। ये टीम निष्ठा ट्रेनिंग के कार्यक्रम को क्रियान्वित करेगी।

योजना का लाभ कैसे लें?

सरकार ने इस योजना के तहत एक डेडिकेटेड ‘निष्ठा पोर्टल’ की शुरूआत की है, जहां पर शिक्षकों निष्ठा प्रशिक्षण प्रश्न/मॉड्यूल के साथ-साथ निष्ठा फुल फॉर्म– परिभाषा की भी जानकारी दी जाती है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के इच्छुक लोग इसकी वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

महत्वपूर्ण जानकारी

1.इस कार्यक्रम के प्रत्येक कोर्स की अवधि 4 से 5 घंटे की होती है।

2.प्रत्येक कोर्स के मूल्यांकन में 70% मार्क्स लाना अनिवार्य है।

3.70% अंक प्राप्त न होने की स्थिति में कोर्स पूरा नही हो पाएगा, न ही सर्टिफिकेट जनरेट नहीं होगा।

4.हर कोर्स में मूल्यांकन के लिए 3 चांस दिए जाएंगे और अगर तीनों प्रयासों में 70% मार्क्स नहीं प्राप्त हो सके कोर्स लॉक हो जाएगा।

5.लॉक हुए कोर्स को दोबारा शुरू करना होगा और इसमें फिर से 70% अंक लाने होंगे।

6.प्रत्येक माह में कोर्स को ज्वाइन करने की आखिरी तिथि 25 तारीख निर्धारित की गई है।

7.कोर्स के मूल्यांकन में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ स्वीकार नहीं की जाएगी। इससे कोर्स 96% या 97% तक होकर बीच में ही रुक सकता है।

8.इन कोर्सेज के सभी मॉडलों को एक-एक करके पूरा करना होगा। एक भी श्रृंखला को छोड़कर कोर्स किया गया तो कोर्स इनकंप्लीट रह सकता है।