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RBI Monetary Policy: आपको लोन पर पहले जितनी चुकानी होगी EMI, आरबीआई ने रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा

भारतीय रिजर्व बैंक RBI की अगले दो महीने के लिए मौद्रिक नीति का एलान बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर लोन लेने वालों के लिए ये फैसला बहुत अहम होता है।

मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक RBI की अगले दो महीने के लिए मौद्रिक नीति का एलान बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर लोन लेने वालों के लिए ये फैसला बहुत अहम होता है। मौद्रिक नीति में रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट और सीआरआर पर आरबीआई के फैसले से ही पता चलता है कि जो कर्ज आपने लिया है, उसकी ईएमआई बढ़ेगी, घटेगी या स्थिर रहेगी। इस बारे में हर अपडेट आप यहां जान सकते हैं।

-आरबीआई ने रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा। आपकी लोन की ईएमआई पहले जैसी रहेगी।

-महंगाई पर काबू पाया जा सका है: आरबीआई गवर्नर

-भारतीय अर्थव्यवस्था दुनियाभर में हो रहे बदलावों के बावजूद काफी मजबूत: शक्तिकांत दास

-रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति का एलान किया।

-मौद्रिक नीति के लिए आरबीआई के कर्ताधर्ताओं की तीन दिन से बैठक चल रही थी।

-इससे पहले 6 अप्रैल 2023 को आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति का एलान किया था।

-पिछली मौद्रिक नीति के एलान में आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर ही रखा था।

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-इससे पहले 8 फरवरी 2023 को रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी हुई थी।

-साल 2022 में आरबीआई ने 5 बार रेपो रेट बढ़ाया था।

-मई 2022 में आरबीआई ने रेपो रेट में 0.40 फीसदी, जून 2022 में 0.50 फीसदी, अगस्त 2022 में 0.50 फीसदी, सितंबर में 0.50 फीसदी, दिसंबर 2022 में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। इससे महंगाई की दर 7 फीसदी से नीचे आ गई।

-महंगाई की दर की बात करें, तो ये जनवरी 2022 से तीन तिमाही तक लगातार 6 फीसदी के लक्ष्य से ज्यादा रही थी। अक्टूबर 2022 से इसमें कुछ नरमी आई थी।

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