नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस पूरी दुनिया में अपना कहर लगातार बरपता जा रहा है। विश्व में संक्रमितों और मृतकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। दुनिया का लगभग हर देश कोरोना से जूझ रहा है। वैश्विक महामारी से दुनिया भर में अब तक 6.15 लाख से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं जबकि इसके संक्रमितों का आंकड़ा 1.4 करोड़ से अधिक हो गयी है।
वहीं कोरोना संक्रमण के फैलने को लेकर अलग-अलग देशों के वैज्ञानिकों ने कई तरह के दावे किये हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों के एक दल के कहने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ये माना था कि वायरस के हवा के जरिए फैलने के सबूत मिले हैं। इस बीच अब दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने बड़ा दावा किया है कि घर में मौजूद सामानों से और बाहर से आने वाले सामानों के जरिए भी कोरोना फैलने की पूरी आशंका है। रिसर्च में कहा गया है कि बाहर से आने वाले सामानों को अच्छे से डिसइनफेक्ट करना बेहद ज़रूरी है।
People are more likely to contract COVID-19 at home, study finds https://t.co/rV1uqFqUV5 pic.twitter.com/aiQ39SqXDc
— Reuters (@Reuters) July 21, 2020
दक्षिण कोरिया की इस स्टडी को यूएस सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने 16 जुलाई को प्रकाशित किया है। कोरिया सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (केसीडीसी) के निदेशक जियोंग ईयून कीयोंग की टीम ने एक रिसर्च में ये दावा किया है। यह रिपोर्ट 5706 शुरुआती कोरोना मरीजों और उसके बाद संक्रमित हुए 59 हजार लोगों पर आधारित है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रति 100 कोरोना मरीजों में सिर्फ 2 ऐसे हैं जिन्हें गैर-घरेलू संपर्क की वजह से कोरोना हुआ है। जबकि हर 10 मरीज में 1 मरीज को कोरोना का संक्रमण उनके घर के सदस्यों के जरिए हुआ है।
इस रिसर्च में दावा किया गया है कि बहुत से मामलों में बाहर से आने वाले सामान के जरिए संक्रमण की बात सामने आई है। हैलीम यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. चो यंग जून ने कहा कि 9 साल से कम उम्र के बच्चों के संक्रमित होने की आशंका बेहद कम होती है। बच्चे ज्यादातर एसिम्टोपमैटिक होते हैं यानी इनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं दिखते। इसलिए इनमें कोरोना को पहचानने में शुरुआती दिक्कतें आती हैं।
डॉ. चो यंग ने चेतावनी दी कि कोरोनावायरस किसी भी उम्र के इंसान को नहीं छोड़ रहा है। वह हर किसी को अपना शिकार बना रहा है। घर में रहने से ही आप सुरक्षित नहीं रह सकते। आपको घर में भी सोशल डिस्टेंसिंग का खयाल रखना होगा। बचाव के सारे तरीके अपनाने होंगे।