नई दिल्ली। देश में जहां कोरोना के मामले में अब गिरावट देखी जा रही है वहीं देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। बता दें कि दिल्ली में जहा पहले 2 से तीन हजार के बीच में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे थे वहीं अब यह आंकड़ा सात हजार के आसपास चला गया है। इस चिंताजनक स्थिति को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने भी मान लिया है कि दिल्ली में कोरोना का तीसरा चरण शुरू हो गया है। फिलहाल दिल्ली में अचानक से कोरोना के मामलों में वृद्धि को लेकर भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने शनिवार को कहा कि दिल्ली (Delhi) में पिछले कुछ दिन में रोजाना कोरोना वायरस (Coronavirus) के 6,000 से अधिक मामले सामने आए हैं और इसमें 13 प्रतिशत बढ़ोतरी वायु प्रदूषण (Air Pollution) के कारण होने का अनुमान है।
कोरोना से बचने को लेकर IMA ने कहा कि N-95 मास्क और एयर प्यूरीफायर पूरी तरह बचाव नहीं कर सकते। उसने प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए दीर्घकालिक उपाय लागू करने पर जोर दिया। गौतरलब है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बड़ा संकट बनकर सामने आया है। IMA ने प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए दीर्घकालिक उपाय लागू करने पर जोर दिया है। वायु प्रदूषण फेफड़ों के आंतरिक भाग को नुकसान पहुंचाता है और इससे कोविड-19 संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है।
आईएमए ने कहा कि दिल्ली में प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर कहा है कि, कोविड-19 के 6,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इसमें 13 प्रतिशत बढ़ोतरी प्रदूषण के कारण होने का अनुमान है।