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क्या भारत में सभी लोगों को पड़ेगी कोरोना वैक्सीन की जरूरत, सुनिए सरकार की तरफ से क्या कहा गया

भारत में पॉजिटिविटी रेट केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, देश में पॉजिटिविटी रेट 7.15 फीसदी से घटकर 6.69 फीसदी हो गई है। उन्होंने कहा कि नए केसों की संख्या रिकवरी के मामलों से कम है।

नई दिल्ली। कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए देश में बनाई जा रही वैक्सीन को लेकर ट्रायल प्रगति पर हैं। ऐसे में मंगलवार को केंद्र सरकार ने कहा कि अगर खतरे वाले लोगों को टीका लगाकर कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन रोकने में सफलता मिलती है ऐसा भी हो सकता है कि शायद देश की पूरी आबादी को कोरोना वैक्सीन लगाने की जरूरत ही नहीं पड़े। आपको बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सरकार की तरफ से ये कभी नहीं कहा गया कि पूरे देश को वैक्सीन लगानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि ऐसे वैज्ञानिक चीजों के बारे में तथ्यों के आधार पर बात की जाए। वहीं ICMR के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीन के प्रभाव पर ही देश में टीकाकरण का कार्य निर्भर होगा। उन्होंने कहा कि, हो सकता है कि पूरी आबादी को इसे लगाने की जरूरत ही न पड़े।

ICMR Corona Vaccine PC

देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन के निर्माण के साथ ही सवाल हो रहा है कि आखिर ये वैक्सीन किसे लगाई जाएगी? इसको लेकर आईसीएमआर के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीन कितनी प्रभावकारी वैक्सीनेशन इसी बात पर निर्भर होगा। उन्होंने कहा, ‘हमारा मकसद कोरोना ट्रांसमिशन चेन को तोड़ना है। जिससे ये आगे ना फैले। ऐसे में हम अगर खतरे वाले लोगों को टीका लगाकर कोरोना ट्रांसमिशन रोकने में सफल रहे तो ऐसा भी हो सकता है कि शायद पूरी आबादी को हमें वैक्सीन लगाने की जरूरत नहीं पड़े।’

Corona Virus

बीते कुछ दिनों में वैक्सीन के ट्रायल के दौरान कुछ लोगों में साइड इफेक्ट भी सामने आए हैं। ऐसे में वैक्सीन के बुरे प्रभाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, ‘दवाई या वैक्सीन का बुरा प्रभाव पड़ता है, ऐसा होता है, लेकिन यह रेग्युलेटर की जिम्मेदारी है कि इसको लेकर डेटा जुटाए और पता लगाए कि क्या इवेंट और इंटरवेंशन के बीच कोई लिंक है।’

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वैक्सीन के ट्रायल के बाद एक शख्स के बीमार होने और मुआवजा मांगने की खबरों पर स्वास्थ्य सचिव ने कहा, ‘जब क्लीनिकल ट्रायल शुरू होते हैं तो लोगों से सहमति से जुड़ा फॉर्म साइन करवाया जाता है। यही प्रक्रिया दुनियाभर में है। अगर कोई ट्रायल में शामिल होने का फैसला लेता है तो इस फॉर्म में ट्रायल के संभावित उल्टे प्रभाव के बारे में बताया जाता है।’

ICMR Corona Vaccine PC PIB

भारत में पॉजिटिविटी रेट केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, देश में पॉजिटिविटी रेट 7.15 फीसदी से घटकर 6.69 फीसदी हो गई है। उन्होंने कहा कि नए केसों की संख्या रिकवरी के मामलों से कम है।