नई दिल्ली। कोरोना की वैक्सीन को लेकर लगभग तमाम देश दावा कर रहे हैं कि इसे 2021 की शुरुआती महीनों में लोगों तक डिलीवर किया जाएगा। ऐसे में अब रूस ने दावा किया है कि, उसके द्वारा निर्मित स्पूतनिक वी(Sputnik V) वैक्सीन अपने दूसरे अंतरिम विश्लेषण के मुताबिक 95 फीसदी तक असरदार साबित हुई है। मंगलवार को इस वैक्सीन का निर्माण करने वाली कंपनी की तरफ से कहा गया है कि, कोरोना को मात देने के लिए बन रही वैक्सीन 95 प्रतिशत तक कारगर साबित हुई है। वहीं इस वैक्सीन के ट्रायल को लेकर जानकारी सामने आई है कि, इस वैक्सीन की खुराक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटी को भी दी जा चुकी है। इसकी कीमत को लेकर रूस ने घोषणा की है कि अन्य टीकों की तुलना में उसकी वैक्सीन का दाम कम होगा। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में स्पुतनिक-5 के एक डोज की कीमत 10 डॉलर से कम होगी।
वहीं, रूस के नागरिकों के लिए ये फ्री होगी। एक व्यक्ति को वैक्सीन के दो डोज की जरूरत होगी। गौरतलब है कि इस वैक्सीन को रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और गैमेलिया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी ने मिलकर विकसित किया है।
वहीं इस वैक्सीन की डिलीवरी को लेकर जानकारी सामने आई है कि, स्पुतनिक-5 वैक्सीन की पहली अंतरराष्ट्रीय डिलीवरी जनवरी 2021 में विदेशी निर्माताओं के साथ मौजूदा साझेदारी के आधार पर ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। वहीं इसके क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे अंतरिम विश्लेषण के मुताबिक, पहली डोज देने के 28 बाद SputnikV 91.4 का असर फीसदी रहा। गौरतलब है कि आरडीआईएफ के सीईओ किरील दिमित्रिव ने कहा कि बेलारूस, ब्राजील, यूएई और भारत में क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं।
रूस के दावे को माने तो उसने अबतक कोरोना से लड़ने के लिए तीन वैक्सीन बना लिया है। रूस ने अगस्त में अपनी पहली वैक्सीन Sputnik V लॉन्च की थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त 2020 को ऐलान किया था कि रूस ने कोरोना की वैक्सीन बना ली है। इसके बाद पूरी दुनिया के एक्सपर्ट्स अचरज में पड़ गए।