नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच बड़ी खुशखबरी आई है। भारत ने रूस की कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) स्पूतनिक-वी का देश में बड़े पैमाने पर स्टडी के लिए ट्रायल की अनुमति दे दी है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने डॉ रेड्डी लेबोरेटरीज लिमिटेड ने देश में रूसी वैक्सीन का असर जानने के लिए बड़े पैमाने पर ट्रायल के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। बता दें कि अगस्त माह में रूस ने दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बनाने का ऐलान किया था। यह घोषणा खुद राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने की थी।
डॉ रेड्डीज और रूसी डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘यह एक बहु-केंद्र और नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसमें सुरक्षा और प्रतिरक्षात्मक अध्ययन शामिल होगा।’
स्पूतनिक-वी को रूस की तरफ से मंजूरी देने से पहले वहां पर कुछ ही लोगों पर इसका ट्रायल किया गया था, इसलिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने डॉक्टर रेड्डी के शुरुआती प्रस्ताव पर सवाल उठाए थे कि आखिर कैसे भारत की बड़ी आबादी पर इसका टेस्ट किया जाए। वर्तमान में स्पूतनिक-वी का पोस्ट रजिस्ट्रेशन फेज-3 ट्रायल चल रहा है, जिसमें करीब 40 हजार प्रतिभागियों को शामिल किया गया है।