नई दिल्ली। कई दिनों से चर्चा में रही आलिया भट्ट स्टारर फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ आज रिलीज हो गई। रिलीज होने के बाद इस फिल्म को दर्शकों से बहुत प्यार मिल रहा है। लोग इसकी तारीफ करते नहीं थक रहे। सच्ची घटना पर आधारित फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी में एक ऐसी औरत की कहानी दिखाई गई है, जो समाज से अपने हक के लिए एक लड़ाई लड़ती है।
फिल्म : गंगूबाई काठियावाड़ी
फिल्म रैंकिंग : 3.5/5
कलाकार : आलिया भट्ट, शांतनु माहेश्वरी, अजय देवगन, विजय राज
निर्देशक : संजय लीला भंसाली
फिल्म की कहानी
‘गंगा जगजीवनदास काठियावाड़’ नाम की एक लड़की ‘रमणीक’ नाम के एक लड़के से प्यार करती है। गंगूबाई फिल्मों में हीरोइन बनने के सपने देखती है। रमणीक गंगूबाई को हीरोइन बनाने का सपना दिखाता है और उसे मुंबई ले जाकर 1000 रुपए में एक कोठे पर बेच देता है। कुछ दिनों तक भूखे-प्यासे रहकर अंधेरे कमरे में रहने के बाद उसे अपनी हकीकत स्वीकार करनी पड़ती है। सेक्स के धंधे में आने के बाद उसका पहला कस्टमर उसे ‘गंगू’ कहकर बुलाता है और वहीं से उसका नाम ‘गंगूबाई’ पड़ जाता है। एक लंबे समय तक इसमें जिंदगी बिताने के बाद गंगूबाई अपने रेड लाइट एरिया की 4000 औरतों और उनके बच्चों के लिए लड़ाई लड़नी शुरू कर देती हैं, जिसमें उन्हें न केवल जीत हासिल होती है, बल्कि सम्मान और लोगों का प्यार भी खूब मिलता है। गंगूबाई अपना पूरा जीवन समाज सुधारक कामों को ही समर्पित कर देती हैं।
अभिनय
फिल्म के कलाकारों और उनके अभिनय की बात करें तो पहली बार आलिया भट्ट ऐसे बोल्ड अंदाज में नजर आई हैं। उन्होंने अपने किरदार को बखूबी निभाया। लोग आलिया के इस रोल को उनका अब तक का बेस्ट रोल कह रहे हैं। गंगूबाई का बोल्ड रोल भोली-भाली और क्यूट-सी दिखने वाली आलिया भट्ट के लिए काफी चैलेंजिंग था, जिन पर वो पूरी तरह से खरी उतरी हैं। आलिया ने अपनी आवाज से लेकर चाल-ढाल को गंगूबाई के किरदार में बखूबी ढ़ाला है। इसके अलावा फिल्म में रहीम लाला के रोल में नजर आने वाले अजय देवगन ने भी खूब कमाल किया है। फिल्म में शांतनु माहेश्वरी का बॉलीवुड डेब्यू किया है। आंखों-आंखों में आलिया से रोमांस करने की उनकी अदा और क्यूट अंदाज ने लोगों को काफी लुभाया है। इन सब एक्टर्स के अलावा फिल्म में विजय राज ने अपने छोटे से रोल से महफिल लूट ली है। विजय ने कमाठीपुरा की प्रेजिडेंट का रोल निभाया है और उनका रुतबा कमाल का रहा। इसके अलावा सीमा पाहवा हुमा कुरैशी ने भी अपने कैमियो से फिल्म में जान डाल दी है।
सिनेमेटोग्राफी, बैकग्राउंड स्कोर, म्यूजिक
हमेशा की तरह संजय लीला भंसाली ने इस फिल्म का निर्माण भी बेहतरीन तरीके से किया है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी, बैकग्राउंड स्कोर, म्यूजिक और डांस शानदार है। पावरफुल मोमेंट्स, इमोशन्स से भरी ये फिल्म एक वैश्या की जिंदगी में आने वाली परेशानियों, खतरों, बदनामी, अपनों से हमेशा के लिए दूर होने का दर्द आदि को स्क्रीन पर उतारने में भंसाली पूरी तरह सफल रहे हैं।