newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bollywood VS South Cinema: रीमेक बनाने पर हमारे टैलेंट पर सवाल क्यों?, साउथ बनाम बॉलीवुड के मुद्दे पर भड़के अक्षय कुमार

Bollywood VS South Cinema: दरअसल एक इवेंट के दौरान अक्षय कुमार से कई तरह के सवाल पूछे गए, जहां उन्होंने बेबाकी से उनका जवाब दिया। एक्टर से पूछा गया कि आजकल साउथ बनाम बॉलीवुड की एक जंग छिड़ी हुई है..इसको लेकर आप क्या कहना चाहेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए एक्टर ने कहा कि ये सारी बाते सुनकर अफसोस होता है। लोग इस तरह की चीजों को लेकर हमें डिसाइड करने में जुटे हैं

नई दिल्ली। बॉलीवुड बनाम साउथ सिनेमा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। किच्चा सुदीप और अजय देवगन के बयान के बाद शुरू हुए इस भाषायी विवाद में राजनेताओं ने भी अपनी राय रखी है। अब इस विवाद में बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार भी कूद पड़े हैं। अक्षय ने भाषा विवाद को लेकर छिड़ी जंग को अफसोसजनक बताया है। उनका कहना है कि ये सब कुछ देखकर काफी बुरा लगता है। एक्टर ने बॉलीवुड में बनने वाली साउथ की रीमेक फिल्मों के बारे में अपनी राय खुलकर रखी है। उन्होंने भारतीय सिनेमा पर सवाल उठाने वाले लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

रीमेक बनाने में गलत क्या है?

दरअसल एक इवेंट के दौरान अक्षय कुमार से कई तरह के सवाल पूछे गए, जहां उन्होंने बेबाकी से उनका जवाब दिया। एक्टर से पूछा गया कि आजकल साउथ बनाम बॉलीवुड की एक जंग छिड़ी हुई है..इसको लेकर आप क्या कहना चाहेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए एक्टर ने कहा कि ये सारी बाते सुनकर अफसोस होता है। लोग इस तरह की चीजों को लेकर हमें डिसाइड करने में जुटे हैं…किसी भी बात का बतंगड़ बनाने में आज देर नहीं लगती। ऐसा किसी को भी नहीं करना चाहिए। वहीं साउथ की रीमेक फिल्मों को लेकर एक्टर ने कहा कि ट्विटर पर आज कोई  क्रिटीक बना बैठा है और किसी भी फिल्म को लेकर अपनी राय थोप देते हैं। फिल्म किसी भी भाषा में हो..।अगर वो अच्छी है तो तारीफ के काबिल है। अगर तमिल, तेलुगू, मलयालम में कोई भी फिल्म अच्छा करती है तो हम उसके राइट्स खरीद लेते हैं और उसपर काम करते हैं…सिर्फ उस चीज को लेकर हमारे टैलेंट  पर सवाल किये जा रहे हैं..इसमें गलत क्या है।

सभी भाषाएं अच्छी हैं-अक्षय कुमार

एक्टर ने आगे कहा कि हमारे देश में कई भाषाएं हैं और सभी भाषाएं अपनी-अपनी जगह अच्छी हैं लेकिन अफसोस की बात की ये है कि यहां भाषा के आधार पर इंडस्ट्री को बांटने की कोशिश की जा रही है। हम इसे एक ही इंडस्ट्री क्यों नहीं बोल सकते हैं। गौरतलब है कि ये विवाद सुदीप किच्चा के विवाद से शुरू हुआ था जहां उन्होंने कहा था कि  हिंदी अब राष्ट्रभाषा नहीं रही है। बॉलीवुड पैन इंडिया फिल्में बनाने में स्ट्रगल कर रहा है, जबकि साउथ इंडस्ट्री पहले से ही सफल रही है।