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कन्नौज में ट्रक से टक्कर के बाद बस में लगी भीषण आग, 20 की मौत, पीएम मोदी ने जताया दुख

त्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में फरुखाबाद से गुरसहायगंज जा रही स्लीपर बस की जीटी रोड में ट्रक से भिड़त हो गई। हादसा इतना भीषण था की ट्रक का डीजल टैंक में फट गया, जिससे दोनों वाहनों में आग लग गई। इस हादसे में 20 से ज्यादा यात्रियों के जिंदा जलने की आशंका जताई गई है।

कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में फरुखाबाद से गुरसहायगंज जा रही स्लीपर बस की जीटी रोड में ट्रक से भिड़त हो गई। हादसा इतना भीषण था की ट्रक का डीजल टैंक में फट गया, जिससे दोनों वाहनों में आग लग गई। इस हादसे में 20 से ज्यादा यात्रियों के जिंदा जलने की आशंका जताई गई है। वहीं, 21 लोग घायल हैं। बस में करीब 43 से अधिक यात्री सवार थे।

Kannauj Accident

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कन्नौज के डीएम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री ने इसे दर्दनाक हादसा बताते हुए मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) मोहित अग्रवाल ने बताया कि हादसे में 20 से ज्यादा लोगों के जिंदा जलने की आशंका है क्योंकि शव इतनी बुरी तरह से जले हैं कि अभी निश्चित संख्या बता पाना मुश्किल है। इसका पता डीएनए टेस्ट के बाद ही चलेगा। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि बस में 43 यात्री थे, जिनमें से 21 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से झुलसे 13 लोगों को सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हालांकि वहां पर मौजूद कुछ लोगों का कहना है कि यात्री ज्यादा थे। लेकिन अभी इसका अनुमान लगा पाना मुश्किल है।

Kannauj Accident

पुलिस ने बताया कि फरुखाबाद की स्लीपर बस गुरसहायगंज से होते हुए जयपुर जा रही थी, जिसकी छिबरामऊ से करीब चार किमी दूर घिलोई गांव के पास बेवर की तरफ से आ रहे तेज रफ्तार के ट्रक से भिड़त हो गई। इसके बाद ट्रक के डीजल टैंक में आग लगने से विस्फोट हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घिलोई गांव के कुछ युवकों ने बस में मौजूद कुछ लोगों को बचाने का प्रयास किया लेकिन आग की लपटें तेज होने के कारण वे हिम्मत नहीं जुटा सके।