सिलचर। म्यांमार के रोहिंग्या अब असम में घुसपैठ कर रहे हैं। इसका खुलासा रविवार को हुआ। असम के सिलचर से पुलिस ने 26 रोहिंग्या को पकड़ा है। इनमें 12 बच्चे भी हैं। कछार की एसपी रमनदीप कौर के मुताबिक सभी म्यांमार के हैं। इनके पास से ज्यादा दस्तावेज नहीं मिले हैं। शनिवार रात को ये सभी जम्मू से ट्रेन के जरिए गुवाहाटी पहुंचे थे। वहां से दो इनोवा कार से सिलचर आए थे। एसपी ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में 8 महिलाएं भी हैं। सभी से पूछताछ चल रही है। अब तक पता नहीं चला है कि वे जम्मू से सिलचर क्यों आए और साथ ही पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि किस तरफ की सीमा से ये भारत पहुंचे थे।
बता दें कि असम में तमाम जिलों में मुस्लिम बहुलता है। इन जिलों में सिलचर भी है। ऐसे में फिलहाल लग रहा है कि स्थानीय आबादी में घुल मिलकर ये रोहिंग्या अपनी पहचान छिपाने के लिए यहां पहुंचे थे। इससे पहले भी गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से कई बार असम पुलिस रोहिंग्या को गिरफ्तार कर चुकी है। राज्य के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने पुलिस को रोहिंग्या और अवैध शरणार्थियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान जारी रखने के निर्देश दे रखे हैं।
रोहिंग्या मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले हैं। उनके खिलाफ हिंसा हुई, तो वे पहले बांग्लादेश भागे। बांग्लादेश सरकार ने चटगांव के पास रोहिंग्या को रोक लिया। इसके बाद तमाम रोहिंग्या समुद्र के रास्ते और अन्य सीमाओं से भारत में दाखिल हुए। इन्हें म्यांमार वापस भेजने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी भी दाखिल की गई थी, लेकिन अब तक इस बारे में कोर्ट ने कोई फाइनल आदेश नहीं दिया है।