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Amritpal Singh: अमृतपाल के 4 साथियों को असम के डिब्रूगढ़ ले गई पंजाब पुलिस, NIA को मिल सकती है जांच

Amritpal Singh: इससे पहले पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख के भागने की पूरी कहानी मीडिया को बताई है किस तरह से अमृतपाल सिंह चकमा देकर फरार हो गया था। जालंधर CP केएस चहल ने मीडिया को बताया कि करीब 20-25 किलोमीटर तक पुलिस ने अमृतपाल का पीछे भागी। लेकिन वो चकमा देकर भागने में कामयाब रहा।

नई दिल्ली। ‘वारिस पंजाब दे’ (Waris Punjab De) के प्रमुख सिख कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब में भारी तनाव बना हुआ है। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए एक्शन तेज कर दिया है। अमृतपाल को पकड़ने के लिए लगातार चप्पे-चप्पे पर हर इलाके पर पुलिस की तैनाती है। इसी बीच अमृतपाल सिंह पर पुलिस ने बड़ा लिया है। ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए 4 साथियों को असम के डिब्रूगढ़ लेकर गई है। जहां इनसे पूछताछ होगी और कई खुलासे भी हो सकते हैं। आपको बता दें कि पंजाब की जेलों में अमृतपाल सिंह के 4 समर्थक को सुरक्षित रखना काफी मुश्किल था। यही वजह की पंजाब पुलिस चारों आरोपियों को डिब्रूगढ़ की जेल ले जाया जा रहा है। ऐसा भी माना जा रहा है कि अमृपाल सिंह मामले की जांच एनआईए को सौंपी जा सकती है।

पंजाब पुलिस ने बताया कैसे भागा अमृतपाल सिंह-

गौरतलब है कि भगोड़े अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने राज्य में तलाशी अभियान चला रखा है। वहीं उसके 78 समर्थकों को पुलिस ने धर दबोचा है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख के भागने की पूरी कहानी मीडिया को बताई है किस तरह से अमृतपाल सिंह चकमा देकर फरार हो गया था। जालंधर CP केएस चहल ने मीडिया को बताया कि करीब 20-25 किलोमीटर तक पुलिस ने अमृतपाल का पीछे भागी। लेकिन वो चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। ये चोर पुलिस का गेम है। उन्होंने बताया कि जल्द ही गिरफ़्तार कर लेंगे।

जालंधर CP केएस चहल ने कहा, सबसे जरूरी है पंजाब की कानून व्यवस्था को मेंटेन रखना। पंजाब पुलिस पूरी तरह से इसमें सक्षम है। किसी को भी माहौल खराब करने की इजाजत नहीं है और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कई हथियार और 2 कार भी जब्त की हैं।

उधर पंजाब में किसी तरह का माहौल न बिगड़े के लिए राज्य में इंटरनेट पाबंदी को 20 मार्च तक के लिए बैन कर दिया गया है। बता दें कि पंजाब में अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद माहौल न बिगड़े इसके लिए कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा भगोड़े अमृतपाल सिंह को लेकर पिता तरसेम सिंह ने मीडिया से बात की थी।

जिसमें उन्होंने अपने भगोड़े बेटे अमृतपाल सिंह का बचाव किया था और पुलिस पर निशाना भी साधा। इसके अलावा तरसेम सिंह ने मीडिया को बताया कि अमृतपाल सिंह के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने उनसे बेटे को सरेंडर करने को लिए भी कहा।