नई दिल्ली। कोरोना काल में कांग्रेस पार्टी (Congress) को एक के बाद एक बड़े झटका लग रहे है। इस कड़ी में अब मणिपुर (Manipur) में कांग्रेस के लिए सियासी संकट गहराता दिख रहा है। हाल में ही कांग्रेस से अलग हुए पार्टी के पांच विधायकों ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होने वालों में कांग्रेस विधायक दल के नेता ओकराम इबोबी सिंह के भतीजे ओकराम हेनरी सिंह भी शामिल हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh), भाजपा महासचिव राम माधव (Ram Madhav), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा (Baijayant Panda) की उपस्थिति में इन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर माधव ने कांग्रेस पर बीरेन सिंह सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया और दावा किया कि अब उनकी सरकार स्थिर है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने मणिपुर में बीरेन सिंह की सरकार गिराने के तमाम प्रयास किए। यहां तक कि हमारे विधायकों को प्रलोभन तक दिया गया और षडयंत्र रचा गया।
Delhi: Five Manipur MLAs who had resigned from Congress, including Okram Henry Singh who is the nephew of CLP leader Okram Ibobi Singh, join BJP. Party’s national general secretary Ram Madhav, national vice president Baijayant Panda and Manipur CM N Biren Singh present. pic.twitter.com/I4APqO4DPi
— ANI (@ANI) August 19, 2020
इसके बाद सभी विधायकों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) से मुलाकात की।
Delhi: Five Manipur MLAs who joined BJP today after they had resigned from Congress, meet party’s national president Jagat Prakash Nadda. pic.twitter.com/t03uPYwGzR
— ANI (@ANI) August 19, 2020
गौरतलब है कि मणिपुर में भाजपा नीत एन बीरेन सिंह सरकार ने राज्य विधानसभा में 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत जीत लिया था। सदन में गठबंधन सरकार के पास विधानसभा अध्यक्ष समेत 29 सदस्यों का संख्या बल था जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के 24 विधायक थे, जिनमें से आठ ने कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। बीरेन सिंह की जीत लगभग तय मानी जा रही थी लेकिन कांग्रेस के आठ विधायकों के नदारद रहने से उनका रास्ता और आसान हो गया।