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अब मणिपुर से आई कांग्रेस के लिए बुरी खबर, 5 विधायक भाजपा में हुए शामिल

कोरोना काल में कांग्रेस पार्टी (Congress) को एक के बाद एक बड़े झटका लग रहे है। इस कड़ी में अब मणिपुर (Manipur) में कांग्रेस के लिए सियासी संकट गहराता दिख रहा है। हाल में ही कांग्रेस से अलग हुए पार्टी के पांच विधायकों ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है।

नई दिल्ली। कोरोना काल में कांग्रेस पार्टी (Congress) को एक के बाद एक बड़े झटका लग रहे है। इस कड़ी में अब मणिपुर (Manipur) में कांग्रेस के लिए सियासी संकट गहराता दिख रहा है। हाल में ही कांग्रेस से अलग हुए पार्टी के पांच विधायकों ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होने वालों में कांग्रेस विधायक दल के नेता ओकराम इबोबी सिंह के भतीजे ओकराम हेनरी सिंह भी शामिल हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh), भाजपा महासचिव राम माधव (Ram Madhav), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा (Baijayant Panda) की उपस्थिति में इन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

Five Manipur MLAs

इस अवसर पर माधव ने कांग्रेस पर बीरेन सिंह सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया और दावा किया कि अब उनकी सरकार स्थिर है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने मणिपुर में बीरेन सिंह की सरकार गिराने के तमाम प्रयास किए। यहां तक कि हमारे विधायकों को प्रलोभन तक दिया गया और षडयंत्र रचा गया।

इसके बाद सभी विधायकों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) से मुलाकात की।


गौरतलब है कि मणिपुर में भाजपा नीत एन बीरेन सिंह सरकार ने राज्य विधानसभा में 16 के मुकाबले 28 वोट से विश्वास मत जीत लिया था। सदन में गठबंधन सरकार के पास विधानसभा अध्यक्ष समेत 29 सदस्यों का संख्या बल था जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के 24 विधायक थे, जिनमें से आठ ने कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। बीरेन सिंह की जीत लगभग तय मानी जा रही थी लेकिन कांग्रेस के आठ विधायकों के नदारद रहने से उनका रास्ता और आसान हो गया।