नई दिल्ली। केंद्र सरकार कोरोना पर काबू पाने के लिए हर तरीका आजमा रही है। लेकिन फिर भी कुछ लोगों के साथ नहीं देने की वजह से कोरोना संकट बढ़ता जा रहा है। केंद्र सरकार की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में हाल ही में कोरोना के बेहद तेजी से बढ़े मामलों पर चर्चा की गई।
इस प्रेस कांफ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जो सबसे बड़ी बात कही गई है वो के है कि लॉक डाउन के चलते देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले तो लगातार आ रहे थे मगर वो एक हद तक काबू में ही थे, उनमें तेजी नहीं थी और हालात कंट्रोल में थे। लेकिन निजामुद्दीन के मरकज़ में हुई तबलीगी जमात की सभा के बाद मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। और अब इससे निपटना देश के लिए एक चुनौती है।
इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लव अग्रवाल ने कहा कि बीते 2 दिनों में 647 कोरोना वायरस के संक्रमण के जो मामले आए हैं वह सिर्फ जमात से जुड़े लोगों के हैं। इस लिहाज से इंतजामों को करने की चुनौती भी बढ़ गई है।
साथ ही गृह मंत्रालय की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये कहा गया कि स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदतमीजी की कुछ घटनाएं हमारे संज्ञान में आई हैं, ये शर्मनाक हरकत है। इस मामले में हमने हमने राज्य सरकारों को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
तबलीगी जमात मामले में गृह मंत्रालय ने 960 लोगो को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। मगर 360 विदेशी लोग वापस पहुंच चुके हैं। सरकार उनको भी ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई कर रही है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार किसी भी तरीके से कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड होने से पहले रोकना चाहती है।