WHO: कोरोना वायरस का नया वैरिएंट फिर देश में अपने पैर पसार रहा है, जिसे देख WHO की बढ़ी टेंशन

WHO: इराक में CCHF के आधे से ज्यादा मामले दक्षिणी इराक के इसी गरीब इलाके में पाए गए हैं, जहां ज्यादातर लोग खेती-किसानी करते हैं। उन्होंने कहा, पिछले साल इसके कुछ ही मामले सामने आए थे, लेकिन इस साल मामले काफी बढ़ गए है। यह बुखार कीट के जरिए फैलता है। CCHF का वायरस घरेलू और जंगली जानवरों जैसे भैंस गाय, बकरी, भेड़ आदि में पाया जाता है।

Avatar Written by: May 30, 2022 5:15 pm

नई दिल्ली। कोरोना वायरस तो दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, कोरोना की चपेट में लगभग हर व्यक्ति आया हुआ है। कुछ इससे लड़कर कोरोना को हराकर इससे बाहर आ गए, तो कुछ कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। देशभर में 63 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट की वजह से अपना दम तोड़ चुके हैं। दुनियाभर में अब 63 लाख से ज्यादा लोगों की मौत की वजह बन चुकी कोविड-19 बीमारी अभी खत्म नहीं हुई है। अब भी प्रतिदिन लाखों लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा रहे हैं और बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी हो रही है।

वैरिएंट का लक्षण

इस बीच एक बुखार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को परेशान किया हुआ है। इस बुखार का प्रमुख लक्षण नाक से खून आना है। यही कारण है कि इस बुखार को नोज-ब्लीड फीवर कहा जा रहा है। हालांकि, चिंता का विषय यह है कि 10 में से 4 संक्रमितों की मौत हो जाती है। यानी इस बुखार से संक्रमित होने पर 40 फीसद मरीजों की मौत हो रही है। इस बुखार का नाम क्रिमियन-कॉन्गो हेमोर्रैजिक फीवर (CCHF) है। कोरोना वायरस की ही तरह यह वैरिएंट भी जानवरों से ही आया है। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस साल इराक में CCHF से अब तक 111 में से 19 मरीजों की मौत हो चुकी है।

वायरस बना WHO की परेशानी की वजह

WHO इस बुखार को लेकर इसलिए भी चिंतत है, क्योंकि अभी तक इससे बचाव के लिए कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इस मामले का प्रमुख लक्षण शरीर के अंगों  से खून आना है, सबसे ज्यादा नाक से खून आना, इस बीमारी का प्रमुख लक्षण है। इराक में CCHF के आधे से ज्यादा मामले दक्षिणी इराक के इसी गरीब इलाके में पाए गए हैं, जहां ज्यादातर लोग खेती-किसानी करते हैं। उन्होंने कहा, पिछले साल इसके कुछ ही मामले सामने आए थे, लेकिन इस साल मामले काफी बढ़ गए है। यह बुखार कीट के जरिए फैलता है। CCHF का वायरस घरेलू और जंगली जानवरों जैसे भैंस गाय, बकरी, भेड़ आदि में पाया जाता है।

वैरिएंट की उत्पत्ति

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक घर, जिसमें एक महिला इससे संक्रमित है, उसके अस्तबल में जनवरों में कीटनाशक का छिड़काव किया। इस दौरान टीम ने सारी सावधानियां बरती हुई थी। मास्क पहने और आंखों को ढकने के लिए चश्मा और पूरे शरीर को ढका हुआ था। यहां टीम के लोगों ने गाय और उसके दो बछड़ों पर कीटनाशक का छिड़काव किया। कीटनाशक के छिड़काव के बाद इस टीम के कर्मचारी ने गाय से गिरे एक कीट को उठाकर दिखाया और फिर एक कंटेनर में उसे रख लिया। WHO के अनुसार संक्रमित कीट के काटने से जानवरों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कीट के काटने से CCHF वायरस इंसानों में फैल रहा है और इसके इंसानों में फैलने का दूसरा कारण संक्रमित जानवर के खून के संपर्क में आना भी है।