
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सियासत उठापठक बुधवार को भी जारी है। एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद उद्धव सरकार की विदाई लगभग तय मानी जा रही है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रदेश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बीच महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने के संकेत दिए हैं।जिसके बाद आज शाम को महाविकास अघाड़ी सरकार की विदाई लगभग तय मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट की मीटिंग के बाद उद्धव ठाकरे सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले शिवसेना ने अपने बागी एकनाथ शिंदे को मनाने की हरमुमकिन कोशिश की है। शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे से देर शाम से करीब 20 मिनट तक बातचीत की। लेकिन एकनाथ ने उद्धव ठाकरे के सामने शर्त रखी दी, कि महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाए। मगर शर्त नहीं मनाने के बाद आखिरकार महाविकास अघाड़ी सरकार की विदाई होते दिख रही है।
वहीं कई घंटों की मशक्कत के बाद सीएम उद्धव ठाकरे अब हार मानते दिखाई दे रहे है। जिसके बाद अब उद्धव ठाकरे को राज्य के मुख्यमंत्री का पद छोड़ना ही होगा। इसके साथ ही शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अघाड़ी सरकार का आखिरी समय आ गया। इसी बीच अब महाविकास अघाड़ी सरकार पर मंडराते खतरे के बीच सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने बड़ा कदम उठाया है। जिसके बाद राज्य की सियासत पर मचे बवाल पर विराम लग सकता है।
दरअसल, राज्य में पर्यटन मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर अपना बायो चेंज कर दिया है। ऐसे दावा किया जा रहा है कि बुधवार को आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रोफाइल से मंत्रीपद को हटा दिया । हालांकि खुद को ‘युवा सेना अध्यक्ष’ बताना जारी रखा है। हालांकि इस दावे में कितनी सच्चाई है इसको लेकर फैक्ट चैक किया है। जिसके बाद सच्चाई एकदम साफ हो गई और ये दावा गलत साबित हुआ है। असल में आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रोफाइल में कभी मंत्रीपद का जिक्र ही नहीं किया था।
इसको लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर आदित्य ठाकरे की प्रोफाइल के बारे में बताया कि उन्होंने कभी मंत्री पद नहीं डाला था।
He did not have his minister status ever on his Twitter bio. Fact check. https://t.co/ovAJsV0m0j
— Priyanka Chaturvedi?? (@priyankac19) June 22, 2022
बता दें कि एकनाथ शिंंदे के खेमे में करीब 40 विधायक हैं। जिसके बाद से महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर अब संकट के बादल मंडराने लगे है।मौजूदा वक्त की बात करें तो भाजपा गठबंधन के पास 113 विधायक हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और सत्ता पर काबिज होने के लिए 145 का आंकड़ा है। यदि एकनाथ शिंदे के साथ 40 विधायकों का भाजपा को समर्थन मिल जाता है तो राज्य में कमल खिल सकता है।