
नई दिल्ली। एक लोकतांत्रिक देश में किसी राजनीतिक दल के राजनेताओं के बीच किसी मुद्दे को लेकर तकरार रहे, इसकी संभावना बनी ही रहती है, लेकिन कई बार बार हालात इस कदर हिंसात्मक हो जाते हैं कि लोग एक-दूसरे को मरने मारने पर उतारू हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ आज दिल्ली स्थित पूर्वी नगर निगम कार्यालय में देखने को मिला। जहां कुछ आम आदमी पार्टी के पार्षद और बीजेपी पार्षद के बीच जमकर लात घूसे तक चल गए। बात हाथापाई तक पहुंच गई। सभी के सभी अपने विरोधी दलों के नेताओं की गिरेबान पकड़ने पर उतारू हो रहे थे। हालांकि, इस दौरान कार्यालय में मौजूद कुछ राजनेता इस पूरे हाथापाई को शांत करने में जुटते दिखे, लेकिन उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिली। अब यह भी जान लीजिए कि आखिर किस बात को लेकर दोनों ही दलों के पार्षद आपस में भिड़ गए।
दरअसल, बीते दिनों दिल्ली विधानसभा में जिस तरह चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स का मजाक बनाया था। कथित तौर पर मुख्यमंत्री की उसी कृत्य पर पहले तो बीजेपी पार्षदों ने अपना रोष जाहिर किया। इसके बाद बात दोनों ही दलों के नेता आपस में हाथापाई करते हुए दिखे, जिसका वीडियो भी अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल होता हुआ नजर आ रहा है और लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपना रिएक्शन देते हुए नजर रहे हैं। बता दें कि बीते दिल्ली विधानसभा में अरविंद केजरीवाल ने द कश्मीर फाइल्स पर बनी फिल्म का मजाक उड़ाया था।
उन्होंने कहा था कि बीजेपी कह रही है कि फिल्म को फ्री कर दो। अरे विवेक अग्नोहोत्री से बोल दो फिल्म यूट्यूब पर डाल दे। फ्री की फ्री को जाएगी। इसे दौरान न महज मुख्यमंत्री, बल्कि विधानसभा में मौजूद अन्य सहयोगी नेता भी जमकर ठहाके लगाते हुए नजर आए थे। जिसे लेकर मुख्यमंत्री को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। वहीं, चौतरफा हो रही आलोचाओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि उककी बातों का गलत मतलब निकाला जा रहा है। वे कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर नहीं, बल्कि बीजेपी नेता के कृत्यों हंस रहे हैं, क्योंकि ये लोग इतने सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद भी फिल्मों के पोस्टर बांट रहे हैं।