
नई दिल्ली। दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार एक के बाद एक सीएजी रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रख रही है। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने इसी कड़ी में सोमवार को डीटीसी पर सीएजी की रिपोर्ट विधानसभा में रखी। सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान 2015 से 2023 तक डीटीसी की बसों की संख्या कम हुई। सीएजी की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि डीटीसी के किसी भी रूट पर संचालन का खर्च तक नहीं निकल सका। डीटीसी को इस दौरान घाटा ही घाटा हुआ। दिल्ली परिवहन निगम यानी डीटीसी दिल्ली सरकार के ही तहत आती है।
Delhi CM #RekhaGupta tables the Comptroller and Auditor General (#CAG) report on the Functioning of Delhi Transport Commission- #DTC in the house.
The discussion on the CAG report is underway in the house. pic.twitter.com/hkqqXLsNdD
— All India Radio News (@airnewsalerts) March 24, 2025
सीएजी की रिपोर्ट कहती है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में 8 साल में दिल्ली की सड़कों से डीटीसी की 400 बसें कम हो गईं। पहले डीटीसी के पास 4344 बसें थीं। जो 2022-23 में 3937 रह गईं। सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि डीटीसी ने साल 2021 से 2023 के बीच फंड होने के बावजूद 300 इलेक्ट्रिक बसें ही खरीदीं। सीएजी ने कहा कि 2015 तक डीटीसी के पास तयशुदा वक्त से ज्यादा चल चुकी बसों की संख्या 5 यानी 0.13 फीसदी थी। जो 2022 तक बढ़कर 17.44 फीसदी यानी 656 और फिर 31 मार्च 2023 तक 44.96 फीसदी बढ़कर 1770 हो चुकी थीं। सीएजी ने कहा है कि अगर नई बसें न खरीदी गईं, तो तयशुदा वक्त से ज्यादा चलने वाली बसों की तादाद में इजाफा होगा।
सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि साल 2015 से 2022 के बीच डीटीसी का घाटा 14198.86 करोड़ हो चुका था। किसी भी रूट पर डीटीसी को फायदा न होने की बात सीएजी ने कही है। इससे पहले दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने शराब नीति और मोहल्ला क्लीनिक समेत दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं पर सीएजी की रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा में पेश की थी। अब डीटीसी के बारे में सीएजी रिपोर्ट सामने आने के बाद दिल्ली में बीजेपी बनाम आम आदमी पार्टी की सियासी जंग और तेज होने के आसार दिख रहे हैं।