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Sunita Kejriwal: अरविंद केजरीवाल के बाद अब पत्नी सुनीता पर संकट के बादल, इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका

Sunita Kejriwal: याचिका में चिंता व्यक्त की गई है कि इन रिकॉर्डिंग के वायरल प्रसार से जनता के बीच न्यायपालिका की धारणा को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि न्यायपालिका कुछ प्रभावों के तहत काम कर रही है। याचिकाकर्ता ने अदालती कार्यवाही की अनधिकृत रिकॉर्डिंग और प्रसार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी  के संयोजक अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और अन्य के खिलाफ कोर्ट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग नियमों के कथित उल्लंघन के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। वकील वैभव सिंह द्वारा दायर याचिका में दावा किया गया है कि 28 मार्च, 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री की ट्रायल कोर्ट में पेशी के दौरान सुनीता केजरीवाल और अन्य ने अवैध रूप से कार्यवाही को रिकॉर्ड किया। अनधिकृत रिकॉर्डिंग को बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया।

याचिका के अनुसार, कोर्ट की कार्यवाही का रिकॉर्ड किया गया ऑडियो और वीडियो प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हैशटैग #MoneyTrailExposedByKejriwal के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था। याचिका में आगे कहा गया है कि यह कृत्य न केवल न्यायालय के प्रोटोकॉल का उल्लंघन है, बल्कि न्यायिक कार्यवाही में हेरफेर करने और उसे बदनाम करने का जानबूझकर किया गया प्रयास भी है। याचिका में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि अनधिकृत रिकॉर्डिंग को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था, जिसमें अरविंद केजरीवाल को लगभग 9-9:30 मिनट तक चलने वाले विस्तृत विवरण में विशेष न्यायाधीश के समक्ष अपना मामला प्रस्तुत करते हुए दिखाया गया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि इन रिकॉर्डिंग का प्रसार न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने और आम जनता को गुमराह करने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा एक बड़ी साजिश का हिस्सा था।

न्यायपालिका की छवि पर प्रभाव

याचिका में चिंता व्यक्त की गई है कि इन रिकॉर्डिंग के वायरल प्रसार से जनता के बीच न्यायपालिका की धारणा को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे यह संकेत मिलता है कि न्यायपालिका कुछ प्रभावों के तहत काम कर रही है। याचिकाकर्ता ने अदालती कार्यवाही की अनधिकृत रिकॉर्डिंग और प्रसार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।