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Politics: 2024 से पहले बीजेपी का मिशन साउथ, 18 साल बाद हैदराबाद में बीजेपी का मंथन, केसीआर को टेंशन देने का मास्टर प्लान होगा तैयार

तेलंगाना में टीआरएस की सरकार है और ओवैसी की पार्टी उसे समर्थन देती है। बीते दिनों केसीआर ने बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता तैयार करने की कोशिश शुरू की है। जिसके जवाब में बीजेपी उनको तेलंगाना में धूल चटाना चाहती है। ओवैसी और बीजेपी के बीच छत्तीस का आंकड़ा पहले से ही है।

हैदराबाद। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेतृत्व दक्षिण भारत के मिशन पर चल पड़े हैं। 18 साल बाद बीजेपी हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज और कल कर रही है। हैदराबाद टीआरएस शासित तेलंगाना की राजधानी भी है और एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ भी है। ऐसे में अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने टीआरएस के साथ ओवैसी को भी उनके गढ़ में चुनौती देने का मन बनाया है। बीजेपी का ‘मिशन साउथ’ का प्लान क्या है, वो आपको यहां हम बताने जा रहे हैं। बीजेपी ने आज और कल यानी 2-3 जुलाई को हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। कल बैठक के आखिरी दिन इसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शुक्रवार को ही हैदराबाद पहुंच गए थे और उन्होंने जबरदस्त रोड शो किया था।

Owaisi and Modi

हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर बीजेपी के नेता तेलंगाना की सत्ता हासिल करने के लिए प्लान पर विचार करेंगे। साथ ही दक्षिण भारत को भी पार्टी नया संदेश इस बैठक के जरिए देगी। बीजेपी का इरादा है कि वो दक्षिण की जनता को दिखाए कि वहां के लिए भी पार्टी सोचती है और उसका दमखम इन राज्यों में है। बहरहाल, तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव यानी केसीआर और ओवैसी को झटका देने के लिए बीजेपी ने पहले से ही तैयारी की है। पार्टी के बड़े नेता सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में 2 दिन रह चुके हैं। हर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने 7 बड़ी बैठकें की हैं। अब राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इतर हैदराबाद में पीएम मोदी की मेगा रैली भी कल होगी। इसमें बीजेपी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत दिखाने वाली है।

बीजेपी ने हिंदुत्व को तेलंगाना में भी बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी की है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बैठक स्थल पर बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें हैदराबाद में निजाम शासन के दौरान हिंदुओं पर रजाकारों के अत्याचार को दिखाया गया है। बता दें कि इस मामले में ओवैसी पर आरोप लगते हैं कि उनके दादा ने रजाकारों के साथ मिलकर हैदराबाद और निजाम के राज्य में अन्य जगह हिंदुओं पर जमकर अत्याचार किए थे। इस तरह इस प्रदर्शनी के जरिए ओवैसी को घेरने की तैयारी बीजेपी ने की है। बता दें कि तेलंगाना में टीआरएस की सरकार है और ओवैसी की पार्टी उसे समर्थन देती है। बीते दिनों केसीआर ने बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता तैयार करने की कोशिश शुरू की है। जिसके जवाब में बीजेपी उनको तेलंगाना में धूल चटाना चाहती है। ओवैसी और बीजेपी के बीच छत्तीस का आंकड़ा पहले से ही है।