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Rajendra Gudha Slams Gehlot: मंत्रीपद से बर्खास्त होने के बाद सीएम अशोक गहलोत पर राजेंद्र गुढ़ा का निशाना, बोले- कैसे बहन-बेटियों का करेंगे सामना

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में कहा था कि मणिपुर में जो हुआ, उसकी चर्चा न कर राजस्थान में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार की बात करनी चाहिए। विधानसभा में इस पर बीजेपी सदस्यों ने उनका जमकर समर्थन किया था। जिसके बाद गहलोत ने राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करने की सिफारिश गवर्नर से की थी।

जयपुर। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तरफ से मंत्रीमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा का दर्द छलका है। गुढ़ा ने शुक्रवार रात मीडिया से कहा कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं की थी। गुढ़ा ने कहा कि मणिपुर की घटना शर्मसार करने वाली है। उसकी निंदा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैंने तो सिर्फ इतना कहा था कि अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि और कोई बात तो मैंने नहीं की थी। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि 4 महीने बाद हम जनता के बीच जाएंगे, तो उनका सामना कैसे करेंगे।

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि हमें बहनों और बेटियों ने इसलिए जिताकर भेजा था कि हम उनके मान और सम्मान की हिफाजत कर सकें। गुढ़ा ने फिर कहा कि सारे रिकॉर्ड बताते हैं कि महिलाओं पर अत्याचार के मामले में राजस्थान नंबर एक पर है। गुढ़ा ने कहा कि जब सरकार अल्पमत में थी, उस वक्त हमने उसको मजबूती देने के लिए हर संभव कोशिश की। जब भी कोई दिक्कत आई, हम गहलोत जी के साथ पूरी ताकत से खड़े रहे। राजेंद्र गुढ़ा के बयान के बाद माना जा रहा है कि वो अब अलग राह चुन सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

Rajendra gudha

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में कहा था कि मणिपुर में जो हुआ, उसकी चर्चा न कर राजस्थान में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार की बात करनी चाहिए। विधानसभा में इस पर बीजेपी सदस्यों ने उनका जमकर समर्थन किया था। जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने राजेंद्र गुढ़ा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल से कर दी थी। राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ तमाम अपराध हो रहे हैं। यहां तक कि गहलोत का गृहनगर जोधपुर भी अछूता नहीं है। हाल ही में एक परिवार को यहां जलाकर मार दिया गया। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी कानून और व्यवस्था को मुद्दा बना रही है।