नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारत (India) और चीन (China) में चल रहे सीमा विवाद (Border Dispute) के बीच भारतीय वायु सेना प्रमुख (Indian Air Force Chief) एयर चीफ मार्शल आर. के. एस. भदौरिया (R. K. S. Bhadoria) ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि चीन कभी भी किसी भी संघर्ष में हमसे बेहतर नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वायु सेना किसी भी खतरे का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने कहा कि भारत ने यह देखा है कि चीन पूर्वी लद्दाख में विवादित सीमा के साथ सर्दियों के लिए विशेष तैयारी कर रहा है। उन्होंने दिल्ली में वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, हमने पूर्वी लद्दाख में दृढ़ता से तैनाती की है। किसी भी परिस्थिति में चीनी हमसे बेहतर नहीं हो सकते। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अगले तीन महीने इस बात पर निर्भर करेंगे कि भारतीय और चीन के बीच कैसे बातचीत होती है। भदौरिया ने कहा, वर्तमान प्रगति धीमी है। हम तदनुसार कार्रवाई कर रहे हैं। हमारी आगे की कार्रवाई जमीनी हकीकत पर निर्भर करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने मई में महसूस किया कि सीमा की स्थिति सामान्य समय के विपरीत थी। चीनी सैनिक साल के इस समय में आम तौर पर अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा, हमने उनसे सीमा की ओर बढ़ने की कभी उम्मीद नहीं की थी। लेकिन भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना दोनों ने इसका तेजी से रिकॉर्ड समय में जवाब दिया।
We are very well positioned and there is no question that in any conflict scenario there, China can get the better of us: IAF chief Air Chief Marshal RKS Bhadauria when asked ‘Do we have an edge over China in terms of Air Force in Ladakh’ https://t.co/wgozvMh0B8
— ANI (@ANI) October 5, 2020
वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि पिछले पांच महीनों में कभी भी ऐसा क्षण नहीं आया जब वायु सेना चीन के खिलाफ हवाई हमले (एयर स्ट्राइक) के करीब पहुंची हो। उन्होंने कहा कि वायु सेना पूरी तरह से तैयार है। भदौरिया ने यह भी कहा कि अभी तक चीन और पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह के खतरे की आशंका नहीं है।
दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी तैनाती के जवाब में भदौरिया ने कहा, हमें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। कोई और हमारे लिए नहीं लड़ेगा। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में पांच महीने से गतिरोध बना हुआ है। विवाद के हल के लिए दोनों पक्षों ने कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ता की है। हालांकि अभी तक गतिरोध को दूर करने में कोई कामयाबी नहीं मिली है।
भदौरिया ने यह भी कहा कि अभी तक चीन और पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह के खतरे की आशंका नहीं है। दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी तैनाती के जवाब में, हमें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। कोई और हमारे लिए नहीं लड़ेगा। भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना तेजी से बदल रही है और पिछले कुछ वर्षों में यह सामरिक रूप से विकसित भी हुई है।