नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में हवा और खराब (Air Pollution) होती जा रही है। पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ अन्य आसपास के राज्यों में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली के कारण दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिससे लोगों की आंखों में जलन हो रहा है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
बढ़ते प्रदूषण की वजह से गाजियाबाद और नोएडा में आलम यह है कि स्मॉग के चलते विजिबिलिटी भी कम हो गई है, जिससे बुधवार दोपहर में सड़कों पर वाहन चालक लाइट जलाकर चलते नजर आए। वायु गुणवत्ता स्तर में सुधार होने के बजाय यह बिगड़ गया है। दिल्ली-एनसीआर का एयर इंडेक्स बहुत ही खराब है। ज्यादातर जगहों 300 से प्रदूषण का स्तर ऊपर चल रहा है।
हेल्थ प्रॉब्लम का सामना
दिल्ली-एनसीआर के आसमान में वायु प्रदूषण के कारण काला और घना धुंआ नजर आ रहा है। ज्यादातर लोगों ने आंखोें में जलन के साथ सांस लेने में दिक्कत भी बात कही है। वहीं, चिकित्सकों की मानें तो हालात लगातार गंभीर हो रहे हैं। ऐसे में बुजुर्गों और बच्चों का घर से बाहर निकलना खतरनाक है। इसी के साथ दमा के मरीजों को खास सतर्कता बरतना जरूरी है।
दिल्ली के अक्षरधाम के हालात-
#WATCH दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वायु गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। (दृश्य आनंद विहार, अक्षरधाम,NH-24 और मयूर विहार से)
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के आंकड़ों के अनुसार आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 364 (‘बहुत खराब’ श्रेणी ) पर है। pic.twitter.com/m0eZA7xdjW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2020
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने पटाखा विरोधी अभियान की शुरुआत की
वहीं, बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने पटाखा विरोधी अभियान की शुरुआत की। उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील भी की है कि वे ग्रीन पटाखों का इस्तेमाल करें और प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों को न जलाएं। अभियान के तहत सभी एसडीएम, पुलिस अधिकारियों और डीपीसीसी की 11 टीमों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले पटाखे नहीं चलाए जाएं।