नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि वह अगले साल की शुरूआत में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वह इसके बजाय अपनी पार्टी के प्रचार पर ध्यान देंगे। आजमगढ़ से सांसद अखिलेश अपनी पार्टी के प्रचार का चेहरा होंगे। पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि चुनाव के लिए उनकी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के बीच गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा, “आरएलडी के साथ हमारा गठबंधन तय हो गया है। सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाना है।” उन्होंने कहा कि लोगों ने राज्य में समाजवादी पार्टी की सरकार वापस लाने का मन बना लिया है।
अपने चाचा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) के सपा में गठबंधन में शामिल होने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे इसमें कोई समस्या नहीं है। उन्हें और उनके लोगों को उचित सम्मान दिया जाएगा।” हालांकि अब सवाल तो ये खड़ा हो रहा है कि आख़िरकार अखिलेश यादव चुनाव लड़ने से पीछे क्यों हट रहे हैं। जब योद्धा खुद मैदान छोड़ कर पीछे हट जाए तो लड़ाई कैसे लड़ीं जायेगी? वहीँ अखिलेश यादव ने एक सभा में विवादित बयान दिया। बीजेपी का आरोप है कि अखिलेश यादव ने जिन्ना की तुलना, पटेल, नेहरु, गाँधी से की है जो निंदनीय हैं। इस पर उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव के बयान को सीएम योगी ने शर्मनाक बताया है उन्होंने साथ ही कहा कि अखिलेश की मानसिकता बांटने वाली रही है। उनकी मानसिकता तालिबानी है और इस बयान के लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
देखिये लोगों ने इस खबर पर किस तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं-
चुनाव फटाफट | अखिलेश यादव का ऐलान- खुद नहीं लड़ेंगे विधानसभा चुनाव@romanaisarkhan @Sheerin_sherry#UPElection2022 #AkhileshYadav #SamajwadiParty #UttarPradesh pic.twitter.com/6yU7QTiCW3
— ABP News (@ABPNews) November 1, 2021
मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदूओं का अपमान।
हिंदूओं का अपमान भी करेगा और हिंदू का वोट भी चाहिए। ऐसा नहीं चलेगा।
हार के बौखलाहट में राहुल गांधी के तरह बौड़ा गया लाल टोपी। pic.twitter.com/xO7EN761np
— Esbelkhas (@esbelkhas) November 1, 2021
जमानत जप्त होने का डर सताने लगा है …
— Jai Agarwal (@JaiAgar32822934) November 1, 2021
हारने का डर बड़ा खतरनाक होता है @yadavakhilesh @samajwadiparty @IPSinghSp https://t.co/7ohDhQMGhu
— Sivam (@Sivam43890298) November 1, 2021
जीते तो मुख्यमंत्री(विधानपरिषद) के जरिए नहीं तो सांसद है ही..
सही काटते है हमारे @yadavakhilesh जैसे नेता देश और जनता का— सन्तोष ख्याली लाल कनौजिया?? (@SantoshKanoujia) November 1, 2021
पहले ये देखेंगे कि जनादेश कैसा है इनके पक्ष में आया तो फिर कहीं से भी लड़ लेंगे…नहीं आया तो ये एलान ढाल बन जाएगा
— Rahul (@Rahul44810481) November 1, 2021
बुरी तरह पराजित होने सेअच्छा है चुनाव नहीं लडना । अच्छा निर्णय
— Raj Kumar Choudhary (@RajKuma38672911) November 1, 2021