newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की सेना प्रमुखों के साथ मीटिंग, कहा- कोरोना से जंग के लिए तीनों सेनाएं तैयार

Battle with Corona: मंगलवार को हुई मीटिंग को लेकर रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात की और उन्हें राज्य की राजधानियों में मौजूद टॉप कमांडर को राज्य के मुख्यमंत्रियों से संपर्क साधने को कहा।

नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामलों की रफ्तार को देखते हुए मंगलवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 2 बजे से कोरोना पर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में CDS, तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख, रक्षा सचिव, डीआरडीओ के अध्यक्ष और सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज के डीजी मौजूद रहे। इस बैठक के बाद घोषणा की गई कि देश में आई इस महामारी से लड़ने के लिए तीनों सेनाएं तैयार हैं। राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि, जिस जगह पर संक्रमण के मामले अधिक हैं, वहां सेना मोर्चा संभालेगी। बता दें कि यह फैसला तीनों सेना अध्यक्ष के साथ हुई मीटिंग के बाद लिया गया। वहीं राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि, सेना से आम लोगों के लिए मेडिकल फैसिलिटी खोलने के लिए कहा है। इसके साथ ही राज्यों में मौजूद सेना के टॉप कमांडर से अपने-अपने राज्य के मुख्यमंत्री से संपर्क करके जरूरी मदद मुहैया कराने का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निर्देश दिया है।

Rajnath singh

मंगलवार को हुई मीटिंग को लेकर रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि, ‘रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे से बात की और उन्हें राज्य की राजधानियों में मौजूद टॉप कमांडर को राज्य के मुख्यमंत्रियों से संपर्क साधने को कहा। उन्होंने कहा कि, राज्य को हर संभव सहायता प्रदान की जाय। सूत्रों ने कहा कि रक्षा सचिव अजय कुमार भी रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख की बातचीत के दौरान मौजूद रहे।

Corona Beds

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर कोरोना मरीजों के एक सरल सुविधा मिलने लगेगी। गौरतलब है कि आज की मीटिंग के बाद अब देश के कंटेनमेंट एरिया में स्थित आर्मी अस्पतालों में आम नागरिकों का भी इलाज शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन के बाहर भी सेना मेडिकल फैसिलिटी उपलब्ध कराएगी। वहीं डीआरडीओ ने पहले ही दिल्ली में 250 बेड का अस्पताल शुरू कर दिया है, जिसे अब 500 तक बढ़ाया जाएगा।

बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान डीआरडीओ ने 1000 बेड का स्थायी अस्पताल शुरू किया था, जिसे फरवरी में बंद कर दिया गया था। तब कोरोना के मामले भी कंट्रोल में थे। अब एक बार फिर कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए दिल्ली में 500 बेड के अस्पताल को शुरू किया गया है। इसमें से 250 बेड का अस्पताल शुरू हो गया है। सभी बेड ऑक्सीजन से सुसज्जित हैं और बड़ी संख्या में वेंटिलेटर भी उपलब्ध हैं।