नई दिल्ली। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की आज हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित मैकलोडगंज में मुलाकात हुई। इस मुलाकात में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने दलाई लामा को अमेरिकी संसद द्वारा पास किए गए तिब्बत से जुड़े बिल जिसे रिजॉल्व तिब्बत एक्ट नाम दिया गया है, के बारे में बताया। वहीं, प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने दलाई लामा को यह भी विश्वास दिलाया कि चीन के खिलाफ अमेरिका हमेशा तिब्बत के साथ खड़ा है।
VIDEO | A high-level US Congressional delegation led by House Foreign Affairs Committee Chairman Michael McCaul meet Tibetan spiritual leader Dalai Lama in Dharamsala.
The delegation comprised former US House of Representatives Speaker Nancy Pelosi and Congress members… pic.twitter.com/SpPOucWAEx
— Press Trust of India (@PTI_News) June 19, 2024
अमेरिका के इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिकी सदन की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी, हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के रिपब्लिकन चेयरमैन माइकल मैककॉल और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के सदस्य ग्रेगरी डब्ल्यू मीक्स समेत कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। इससे पहले मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल के सदस्य धर्मशाला पहुंचे थे। दूसरी तरफ, बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से रिजॉल्व तिब्बत एक्ट पर हस्ताक्षर न करने की अपील है।
#WATCH | Himachal Pradesh: US Representative Congressman Gregory Meeks says, “China can express unhappiness if it wants. We are going to stand for what is right. What is right is to make sure that Tibetans have freedom. They are able to return to their native land and they are… pic.twitter.com/aEAaO1qFle
— ANI (@ANI) June 19, 2024
दलाई लामा से मुलाकात के बाद अमेरिकी प्रतिनिधि ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि चीन चाहे तो इस मुलाकात पर नाखुशी व्यक्त कर सकता है। हम जो सही है उसके लिए खड़े होंगे। सही बात यह सुनिश्चित करना है कि तिब्बतियों को आजादी मिले। वे अपनी मूल भूमि पर लौटें, वे अपनी संस्कृति और इतिहास को बनाए रखने में सक्षम हैं और यही महत्वपूर्ण है।
#WATCH | Himachal Pradesh: Former US House Speaker Nancy Pelosi says “…His Holiness Dalai Lama, with his message of knowledge, tradition, compassion, purity of soul and love, will live a long time and his legacy will live forever. But you, the President of China, you’ll be gone… pic.twitter.com/zf4GP5W4g6
— ANI (@ANI) June 19, 2024
वहीं, अमेरिकी सदन की पूर्व अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने दलाई लामा की प्रशंसा करते हुए उन्हें ज्ञान, परंपरा, करुणा, की प्रतिमूर्ति बताया। नैन्सी ने कहा कि दलाई लामा की विरासत हमेशा जीवित रहेगी, लेकिन चीन के राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपके जाने के बाद भी कोई भी आपको किसी भी चीज़ का श्रेय नहीं देगा। नैन्सी ने कहा कि आज मैं यह कहना चाह रही हूं कि परिवर्तन आ रहा है। जैसा कि हमारे सहयोगियों ने कहा है कि आशा कुछ विश्वास लाती है, निश्चित तौर से तिब्बती लोगों की आस भी जल्द ही पूरी होगी।