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Prophet Remark Row: नूपुर शर्मा के समर्थन में खड़े हुए ये महंत, Video में देखिए मौलानाओं को दी क्या चुनौती

उन्होंने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि ऐसा लग रहा है जैसे इस्लामी गुलामी इस देश में भी आ गई है। सब इसे स्वीकार भले कर लें, लेकिन मैं ये स्वीकार नहीं कर सकता। मैं जामा मस्जिद जाकर लोगों को उनकी ही किताब में लिखी बातों के बारे में जानकारी देना चाहता हूं। बता दें कि इससे पहले हरिद्वार में हेट स्पीच देने के आरोप में यति नरसिंहानंद को काफी वक्त जेल में भी रहना पड़ा था।

गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के महंत और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने पैगंबर विवाद में एंट्री की है। पैगंबर के बारे में विवादित बयान देने वाली बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पक्ष में महंत खड़े हो गए हैं। महंत ने एलान किया है कि वो दिल्ली की जामा मस्जिद जाएंगे और वहां मुस्लिम धर्मगुरुओं को बताएंगे कि उनकी धार्मिक किताबें हदीस और कुरान क्या कहते हैं। यति नरसिंहानंद ने बाकायदा इसका वीडियो जारी किया है। वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं कि 17 जून को शुक्रवार के दिन इस्लामी किताबों को लेकर मैं जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद जाऊंगा। वहां उस दिन लाखों लोग आते हैं और बड़े-बड़े मौलाना भी रहते हैं। मैं वहां उन लोगों को दिखाना चाहता हूं कि उनकी किताब में ही वो सब लिखा है, जिसे लेकर वे हम पर फतवा जारी करते हैं।

yati narsimhanand

वीडियो में यति नरसिंहानंद गिरि ने ये भी कहा कि वो कुछ गलत या झूठ नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस्लामी किताबों में लिखी बातों को ही बोल रहे हैं। इस पर वे सिर काटने की धमकी देते हैं। जिस तरह से इस्लामी आतंकवाद फैल रहा है, ये भी उनकी किताब में ही लिखा है। यति ने कहा कि मैं किताब, सीडी और मोबाइल लेकर अकेले ही जामा मस्जिद जाऊंगा। उन्होंने नूपूर शर्मा के बारे में कहा कि जो उनके साथ किया गया, वो उनकी गलती नहीं है। नरसिंहानंद ने बीजेपी का नाम लिए बगैर निशाना साधा और कहा कि ये भारत के कायर नेताओं का इस्लाम से डर या वो बिक गए हैं। उनकी वजह से हमारी ये दुर्गति है।

यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि मुझे पता है कि जामा मस्जिद जाने पर मेरी हत्या भी हो सकती है, लेकिन इस तरह जीने से अच्छा वहां जाकर मर जाना ही ठीक है। उन्होंने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि ऐसा लग रहा है जैसे इस्लामी गुलामी इस देश में भी आ गई है। सब इसे स्वीकार भले कर लें, लेकिन मैं ये स्वीकार नहीं कर सकता। मैं जामा मस्जिद जाकर लोगों को उनकी ही किताब में लिखी बातों के बारे में जानकारी देना चाहता हूं। बता दें कि इससे पहले हरिद्वार में हेट स्पीच देने के आरोप में यति नरसिंहानंद को काफी वक्त जेल में भी रहना पड़ा था।