
नई दिल्ली। पाकिस्तान से युद्ध की आशंका के बीच भारतीय सेना को रूस से इग्ला-एस एयर डिफेंस मिसाइलों की नई खेप मिल गई है। इससे पाकिस्तान के किसी भी विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन को भारत के जवान आसानी से निशाना बना सकेंगे। एएनआई के मुताबिक इग्ला-एस मिसाइलों की खरीद का ताजा सौदा 260 करोड़ रुपए में किया गया है। न्यूज एजेंसी ने बताया है कि इग्ला-एस मिसाइलों को पाकिस्तान की सीमा पर तैनात जवानों को दिया गया है। भारत के पास पहले से ही रूस में बनी इग्ला मिसाइलें थीं, लेकिन ताजा खेप में मिलीं इग्ला-एस मिसाइल उनके मुकाबले बहुत उन्नत हैं।
इग्ला-एस बहुत कम दूरी तक मार करती हैं। इनकी मारक क्षमता 6 किलोमीटर की होती है। कंधे पर रखकर इग्ला-एस को फायर किया जाता है। रूस से इग्ला-एस मिसाइलों के अलावा उनके लॉन्चर भी इस सौदे के तहत मिले हैं। भारतीय सेना ने इससे पहले देशी कंपनियों से बहुत कम दूरी की हवा में मार करने वाली मिसाइलें सप्लाई करने को कहा है। इसके लिए जल्दी ही कंपनियां निविदा दाखिल करेंगी। इस सौदे में भारतीय सेना 90 मिसाइल और 48 लॉन्चर खरीदने वाली है। पाकिस्तान से युद्ध की नौबत देखते हुए भारतीय सेना ने सीमा और एलओसी पर ड्रोन गिराने वाले सिस्टम की भी तैनाती की है। इसके अलावा मिसाइलों और विमानों को गिराने के लिए रूस से लिए गए एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी तैनात किया गया है।
बीते दिनों ही डीआरडीओ ने एक ऐसे एंटी ड्रोन सिस्टम का परीक्षण किया है, जो लेजर किरण से बड़े विमानों और ड्रोन को मार गिरा सकता है। बहुत कम दूरी की कंधे पर रखकर दागी जा सकने वाली इग्ला जैसी मिसाइल का परीक्षण भी डीआरडीओ कर चुका है। इन मिसाइलों का उत्पादन अभी होना है। उस वक्त तक रूस और अन्य कंपनियों से विमान मार गिराने वाली इन मिसाइलों की खरीद की जा रही है। वहीं, राफेल विमानों में भारत ने मिटियोर मिसाइलें लगाई हैं। मिटियोर मिसाइलों से 200 किलोमीटर दूर किसी भी विमान को निशाना बनाया जा सकता है।