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Electricity Scarcity: दिल्ली में मंडराया बिजली संकट का खतरा, एक्शन में अमित शाह, बुलाई हाईलेवल मीटिंग, सामने आया केजरीवाल सरकार का ‘सच’

Electricity Scarcity : फिलहाल, इस बैठक में बिजली संकट से उबरने हेतु योजनाओं पर विचार विमर्श किया जा रहा है। अमित शाह ने कहा कि मौजूदा वक्त में देश के कई राज्यों में बिजली संकट अपने चरम पर पहुंच चुकी है। लोगों की कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

नई दिल्ली। मौजूदा वक्त में देश के कई राज्यों में बिजली संकट अपने चरम पर है। भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए बिजली की मांग में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी जा रही है, लेकिन उस अनुपात में आपूर्ति नहीं हो पाने की वजह से आम लोगों को कई दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है। उधर, इस पूरे मसले पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच उपरोक्त मसले को लेकर जुबानी जंग जारी है। वहीं, अब इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से उच्चस्तरिय बैठक बुलाई गई है, जिसमें कई मंत्रियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। केंद्रीय गृह मंत्री समेत उर्जी मंत्री आरके सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैषण्व व कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी समेत कई अन्यत्र मंत्री शामिल हुए हैं। फिलहाल, इस बैठक में बिजली संकट से उबरने हेतु योजनाओं पर विचार विमर्श किया जा रहा है। अमित शाह ने कहा कि मौजूदा वक्त में देश के कई राज्यों में बिजली संकट अपने चरम पर पहुंच चुकी है। लोगों की कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा समस्या का निराकरण करने की दिशा में अतिशीघ्र उचित कदम उठाने होंगे, अन्यथा आगामी दिनों में स्थिति विकराल हो सकती है। उधर, उपरोक्त मसले को लेकर बीजेपी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की जमकर क्लास लगाई है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

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बता दें कि  बिजली संकट को लेकर केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके मिश्रा ने केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की तरफ से बिजली संकट को लेकर दी गई जानकारी को गलत करार दिया है। वहीं, दिल्ली सरकार में उर्जा मंत्री सतेंद्र जैन ने दिल्ली में कोयला की आपूर्ति को लेकर चिंता जताई है। इस संदर्भ में विगत रविवार को दिल्ली सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया था, जिसमें केंद्र से इस दिशा में जल्द से जल्द उपयुक्त कदम उठाने की मांग की गई है। ध्यान रहे कि वर्तमान में राजधानी दिल्ली में कोयला संकट अपने चरम पर पहुंच चुकी है।

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जानकारी दी है कि दादरी संयंत्र में 202400 टन कोयला है, जो 8 दिन से अधिक के लिए पर्याप्त है। ऊंचाहार संयंत्र में 97620 टन कोयला है और इससे 4 दिन से अधिक काम चल सकता है। इसी प्रकार कहलगांव संयंत्र में 187000 टन कोयला है जो 5 दिन से अधिक के लिए पर्याप्त है। बहरहाल, अब अमित शाह के नेतृत्व में चल रही बैठक के उपरांत बिजली संकट की समस्या से उबरने हेतु किस तरह के  कदम आगामी दिनों में उठाए जाते हैं। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त  ही बताएगा। लेकिन तब तक आप देश दुनिया की हर छोटी  बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए…न्यूज रूम पोस्ट.कॉम