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Parliament: राज्यसभा में कांग्रेसी सांसद आनंद शर्मा ने बांधे मोदी सरकार की तारीफों के पुल, रूस-यूक्रेन युद्ध पर सरकार और मंत्रालय के काम को सराहा

Parliament: बता दें कि आनंद शर्मा पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और कांग्रेस के उन 23 नेताओं के समूह में शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी में सुधार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।

नई दिल्ली। यूक्रेन-रूस के बीच छिड़े युद्ध को आज 20 दिन हो चुके हैं। यूक्रेन के कई रिहायशी इलाकों में रूसी सेना ने कब्जा कर लिया है और अब रूस की सेना के निशाने पर आम आदमी भी आ रहे हैं। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ चलाया हुआ है। जिसके तहत मोदी सरकार ने सख्त एक्शन लिया और जल्द से जल्द वहां फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित देश वापस भी लेकर आई। वहीं मंगलवार को राज्यसभा में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने की जानकारी सभी दलों के सांसदों को दी। विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया कि, ”प्रधानमंत्री के निर्देश पर हमने ऑपरेशन गंगा लॉन्च किया, जिसके अंतर्गत यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे संघर्ष की स्थिति के दौरान चुनौतीपूर्ण निकासी अभियान चलाया गया। इसके लिए हमारा समुदाय चुनौतियों का सामना करते हुए यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद था।”

वहीं भारत सरकार की तेजी से कार्रवाई करने को लेकर कांग्रेस सांसद भी खुश हो गए। इतना ही नहीं कांग्रेस सांसद में विदेश मंत्रालय की जमकर तारीफ करने लगे। दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने राज्यसभा में भारत सरकार और विदेश मंत्रालय की जवाब से गदगद दिखे। उन्होंने  कहा कि विदेश मंत्रालय ने शानदार काम किया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने जो कार्य किया, वो आसान नहीं है। बता दें कि आनंद शर्मा पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और कांग्रेस के उन 23 नेताओं के समूह में शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी में सुधार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।

ANAND SHARMA

राज्यसभा में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने कहा, गंभीर संघर्ष से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद हमने सुनिश्चित किया कि लगभग 22,500 भारतीय नागरिक सुरक्षित भारत लौट पाएं। उन्होंने कहा कि, आधे से ज्यादा छात्र पूर्वी यूक्रेन के विश्वविद्यालयों में थे जो क्षेत्र रूस की सीमा से लगा है और अब तक संघर्ष का केंद्र रहा है। 35 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के छात्रों को निकाला गया है।